बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी से मुलाकात पर ओपी राजभर ने दी सफाई, बोले- यूपी सरकार में एक तिहाई अपराधी
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने बांदा जेल में बंद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी से मुलाकात को लेकर ने सफाई दी है। ओपी राजभर ने कहा कि मेरे उनके साथ पिछले 19 साल से राजनीतिक संबंध हैं।
लखनऊ, जेएनएन। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने बांदा जेल में बंद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी से मुलाकात को लेकर ने सफाई दी है। ओपी राजभर ने कहा कि मेरे उनके साथ पिछले 19 साल से राजनीतिक संबंध हैं। बीजेपी उन्हें माफिया कहती है लेकिन यूपी सरकार में एक तिहाई लोग अपराधी हैं। वह अपने दम पर चुनाव जीत सकते हैं। मुख्तार अंसारी जहां भी चुनाव लड़ने का फैसला करेंगे, मैं व्यक्तिगत रूप से उनका समर्थन करूंगा।
सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि भाजपा सरकार खुद कहती है कि मुकदमा दर्ज होना और अदालत से सजा का एलान होना दोनों अलग-अलग बातें हैं। कोर्ट जब तक सजा का ऐलान नहीं कर देती तब तक किसी को अपराधी नहीं मान सकते। सरकार ने लखीमपुर की घटना, बलिया में हत्या, हाथरस दुष्कर्म केस पर ऐसा ही बयान दिया है। मैं भाजपा की सरकार मे मंत्री था तब भी कई बार मुख्तार अंसारी से मिल चुका हूं।
बता दें कि सुभासपा के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर मंगलवार दोपहर मुख्तार के पुत्र अब्बास के साथ बांदा मंडल कारागार पहुंचे थे। सूत्रों के मुताबिक ओपी राजभर सुबह करीब 11 बजे के बाद जेल के बाहर पहुंच गए थे। इसके बाद जेल की प्रक्रिया पूरी करते हुए काफी देर तक अंदर रहे। उनकी मुख्तार से मुलाकात हुई। मुख्तार ने जेल में सुरक्षा व्यवस्था सही न होने की बात कहकर खुद को खतरा बताया। है। इस संबंध में राजभर ने जेलर आदि से बात भी की।
गाड़ी की चेकिंग होने पर भड़के ओमप्रकाश राजभर : जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी से मुलाकात कर लौट रहे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर मंगलवार को तिंदवारी में गाड़ी रुकवा कर पुलिस के तलाशी लेने पर भड़क गए। पुलिस से उनकी झड़प हुई। इसके बाद उन्होंने ट्वीट कर सरकार से अपनी नाराजगी जताई। ट्वीट में कहा, अपमानित करने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ की पुलिस ने गाड़ी रोक ली और तलाशी ली। उन्होंने भाजपा पिछड़ा वर्ग के दो कद्दावर नेताओं से इस बारे में जवाब भी मांगा है। घटनाक्रम के समय उनके साथ मुख्तार का पुत्र अब्बास अंसारी भी था।