Flood Alert in UP: लखीमपुर खीरी में दो नावें पलटने से एक की मौत-तीन लापता, भैसों के बिदकने से हुआ हादसा

Flood Alert in UP गुरुवार सुबह साढ़े 10 बजे नौवापुरवा से 22 लोग दो नावों पर सवार होकर सुरक्षित स्थान नकहा जा रहे थे। नाव पर लदी भैसें बिदकीं तो दूसरी नाव से टकराई तो एक पलट गई।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 09:57 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 09:57 PM (IST)
Flood Alert in UP: लखीमपुर खीरी में दो नावें पलटने से एक की मौत-तीन लापता, भैसों के बिदकने से हुआ हादसा
एक दिन पहले बहे नाव सवार आठ लापता लोगों का दूसरे दिन भी नहीं लग सका पता।

जागरण टीम, लखनऊ। लखीमपुर खीरी के नौवापुरवा में बाढ़ पीडि़तों को सुरक्षित स्थान पर ले जा रही दो नावें आपस में टकराकर बीच धारा में पलट गईं। हादसा बीच नदी में एक नाव पर लदी भैसों के बिदकने से हुआ। घटना में एक महिला की मौत हो गई, जबकि एक महिला और दो बच्चे लापता हैं। वहीं, दो महिलाओं सहित चार की हालत गंभीर हैै। उधर, बुधवार को धौरहरा के तेलिया घाट के पास नाव पलटने से बहे आठ लोगों का दूसरे दिन भी पता नहीं चल सका।

गुरुवार सुबह साढ़े 10 बजे नौवापुरवा से 22 लोग दो नावों पर सवार होकर सुरक्षित स्थान नकहा जा रहे थे। नाव में तीन भैंसें भी लादी गई थीं। बीच धारा में भैंसों के बिदकने से सरकारी नाव का संतुलन बिगड़ गया और वह दूसरी नाव से टकरा गई। दोनों नाव पलट गईं। ग्रामीणों के मुताबिक, सरकारी नाव में तीन भैंसों के साथ 12 लोग सवार थे। वहीं दूसरी छोटी नाव में 10 लोग सवार थे। इनमें महिलाएं भी शामिल थीं। कुछ दूरी पर मौजूद ग्रामीण तैरकर चार लोगों को बाहर निकाल लाए। हादसे में बचकर नकहा पहुंचे नौवापुरवा निवासी रि‍ंकू पुत्र शंभूदयाल ने बताया कि उसका सात वर्षीय पुत्र जितेंद्र व पांच वर्षीय पुत्री अनामिका लापता हैं। इसी गांव की पुष्पा भी लापता हंै। नौवापुरवा की 60 वर्षीय मां शिवप्यारी का शव मिल गया है।

एसडीएम ने दो बच्चों के लापता होने की पुष्टि की है। उधर, धौरहरा के तेलिया घाट के पास पलटी नाव में सवार आठ लापता लोगों की तलाश में एनडीआरएफ की टीम जुटी हुई है। लखीमपुर खीरी में शारदा और घाघरा की बाढ़ से 92 गांवों में पानी भरा हुआ है।

गंगा का जलस्तर घटा, थोड़ी राहत : हरिद्वार के भीमगोड़ा बांध से कम पानी छोड़े जाने से मेरठ और आसपास के जिलों में गुरुवार को गंगा का जलस्तर कम होना शुरू हो गया है। बिजनौर के जो 50 गांव बाढ़ के पानी से घिर गए थे वहां से भी पानी उतरने लगा है। हालांकि, जलस्तर कम होते ही कुछ स्थानों पर कटान शुरू हो गया है। मुजफ्फरनगर के रामराज क्षेत्र में मध्य गंगा बैराज पर जलस्तर चेतावनी बिंदु पर रहा, लेकिन ऊपर से पानी कम छोड़े जाने से खादर में बाढ़ का खतरा कम हो गया है। मेरठ के हस्तिनापुर खादर में भी गंगा नदी के जलस्तर में कमी आयी है। उधर, बिजनौर बैराज से दो दिन से डिस्चार्ज हुआ लाखों क्यूसेक पानी गुरुवार को बुलंदशहर पहुंचने से अनूपशहर में घाट डूब गए हैं। आस-पास की बस्तियों को खतरा उत्पन्न हो गया है। गंगा खतरे के निशान के पास हैं। एहतियातन गंगाघाट के आसपास की दुकानें खाली करा दी गई हैं।

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