यूपी में ओमिक्रोन से निपटने को 1.50 लाख बेड, स्कूलों-बाजारों और शॉपिंग मॉल से लिए जाएंगे नमूने

प्रदेश में कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट से बचाव के लिए सर्विलांस पर जोर दिया जा रहा है। तीसरी लहर से निपटने को 1.50 लाख बेड की तैयारी है। विदेश से लौटने के बाद कोरोना संक्रमित पाए जा रहे लोगों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे जा रहे हैं।

By Dharmendra MishraEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 10:38 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 12:40 PM (IST)
यूपी में ओमिक्रोन से निपटने को 1.50 लाख बेड, स्कूलों-बाजारों और शॉपिंग मॉल से लिए जाएंगे नमूने
यूपी में ओमिक्रॉन को लेकर बढ़ाई गई सतर्कता। स्कूलों, बाजारों और शॉपिंग मॉल में होगी जांच।

लखनऊ, राज्यब्यूरो। : प्रदेश में कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट से बचाव के लिए सर्विलांस पर जोर दिया जा रहा है। तीसरी लहर से निपटने को 1.50 लाख बेड की तैयारी है। विदेश से लौटने के बाद कोरोना संक्रमित पाए जा रहे लोगों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे जा रहे हैं।

अब तक ओमिक्रोन प्रभावित देशों से यूपी लौटे 22 लोगों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। फोकस टेस्टिंग अभियान को और बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। शिक्षण संस्थानों के साथ-साथ अब बाजार व शापिंग माल जैसे ज्यादा भीड़ वाले स्थानों पर भी फोकस टेस्टिंग शुरू की जा रही है।

एक संक्रमित पर अब 50 लोगों की जांचः प्रदेश में अभी तक कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए 50 लोगों की जांच की जा रही थी, अब इसे और बढ़ाया जा रहा है। सर्विलांस पर ज्यादा से ज्यादा जोर दिया जा रहा है, ताकि कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ी जा सके। वहीं मेडिकल स्क्रीनिंग के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। विदेश से लौटे लोगों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी उन्हें सात दिन होम क्वारंटाइन में रखा जा रहा है। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिलों में बनाए गए इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर की मदद से उन्हें फोन कर सेहत का हाल लिया जा रहा है।

आठ संस्थानों में जीनोम सिक्वेंसिंग की व्यवस्थाः चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशक डा. वेद ब्रत सिंह ने बताया कि जीनाेम सिक्वेंसिंग के लिए पहले सैंपल राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (एनबीआरआइ) व केंद्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान (सीडीआरआइ) की लैब में भेजे जा रहे हैं। कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट का पता लगाने के लिए केंद्र सरकार ने इंडियन सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (इंसाकाग) की 28 राष्ट्रीय स्तर की लैब में ही किए जाने के निर्देश दिए हैं। फिलहाल केजीएमयू व संजय गांधी पीजीआइ सहित आठ चिकित्सा संस्थानों में जीनोम सिक्वेंसिंग की व्यवस्था की गई है। मरीज बढ़ने पर यहां भी सैंपल भेजे जाएंगे।

डेढ़ लाख से अधिक बेडः कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए जो इंतजाम अस्पतालों में किए गए थे, अब वह ओमिक्रोन वैरिएंट से मुकाबले में काम आएंगे। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 20-20 बेड, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में छह-छह बेड, 100 से कम बेड वाले जिला अस्पतालों में 42-42 बेड, 100 से अधिक बेड वाले जिला अस्पतालों में 32-32 बेड बढ़ाए गए हैं। यहां आठ बेड एचडीयू व चार बेड आइसीयू के हैं। करीब 19 हजार बेड प्री फैब्रिकेटेड वार्ड बनाकर बढ़ाए जा रहे हैं। मेडिकल कालेजों में भी बेड बढ़ाए गए हैं। कुल 1.50 लाख बेड की व्यवस्था की गई है।

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