खाद्य तेलों के बढ़ते दामों पर लगाम लगाएगा तिलहन का उत्‍पादन, लखनऊ में बोले विशेषज्ञ; अच्‍छी प्रजातियों का करें चयन

सरकार की ओर से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के माध्यम से लखनऊ के बख्शी का तालाब स्थित बीज भंडार पर तिलहन परियोजना को प्रभावी बनाने तथा इसके उत्पादन को बढ़ाने के लिए तिलहन मेला लगाया गया है जिसमें विशेषज्ञों ने उत्‍पादन बढ़ाने की सलाह दी।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 10:27 AM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 02:38 PM (IST)
खाद्य तेलों के बढ़ते दामों पर लगाम लगाएगा तिलहन का उत्‍पादन, लखनऊ में बोले विशेषज्ञ; अच्‍छी प्रजातियों का करें चयन
लखनऊ में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन की ओर से लगा तिलहन मेला।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। खाद्य तेलों के दाम में आए उछाल के बाद अब तिलहन उत्पादन बढ़ाने को लेकर मंथन शुरू हो गया है। इसके लिए सरकार की ओर से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के माध्यम से बख्शी का तालाब स्थित बीज भंडार पर तिलहन परियोजना को प्रभावी बनाने तथा इसके उत्पादन को बढ़ाने के लिए तिलहन मेला लगाया गया। बख्शी का तालाब के चंद्रभानु गुप्त कृषि स्नातकोत्तर महाविद्यालय के कृषि विशेषज्ञ डा.सत्येंद्र कुमार सिंह ने सरसों की टाइप-नौ, टाइप- 30, गिरिराज तथा संकर प्रजाति-5222 को लगाकर उत्पादन को बढ़ाने की सलाह दी।

उन्होंने कहा कि किसान सरसों की बुआई शीघ्र कर दें। बोने के समय प्रति एकड़ तीन बोरी सल्फर तथा 60 किलोग्राम नाइट्रोजन 30 किलोग्राम फास्फोरस तथा 30 किलोग्राम पोटाश प्रति एकड़ डालने की सलाह दी। यदि किसान समय से सरसों की बुआइ कर देंगे तो कि कीट एवं बीमारियों का खतरा कम रहेगा। लखनऊ जिले के राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा सलाहकार सुरेश कुमार राजपूत ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन की जानकारी दी सरसों के उत्पादन बढ़ाने हेतु तकनीकी बिंदुओं पर चर्चा की। कृषि बीज भंडार के प्रभारी प्रमोद कुमार ने प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही कृषि संबंधी योजनाओं के बारे में जानकारी दी तथा बताया कि बीज केंद्र पर गेहूं की एचडी-2967 एवं एचडी-3086 प्रजाति उपलब्ध है। किसान समय से अपना बीज क्रय कर लें । राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तकनीकी सहायक सचेंद्र सिंह ने सरसों की खेती का रकबा बढ़ाने पर जोर दिया और कहा कि हर किसान को सरसो की खेती करनी चाहिए। किसान सोनू मौर्य और कृष्ण चंद्र रावत ने विशेषज्ञों से जैविक उत्पाद प्रयोग की जानकारी मांगी जिस पर कृषि विशेषज्ञ डा.सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि रसायनों के प्रयोग कम करना चाहिए इसकी जगह जैविक कीटनाशक ट्राइकोडरमा, ब्यूबेरिया बैसियाना, मेटारजियम एनीसोपली एवं बैसिलस थुरिजेनेसिस का प्रयोग करें।

तिलहन मेले राष्ट्रीय खाद्य मिशन के तकनीकी सहायक एसएस गगन ने बताया कि किसानों को समय पर सरसों की बिजाई का कार्य पूरा कर लेना चाहिए। इसके लिए ब्लाक में गिरिराज प्रजाति उपलब्ध है जिस पर 50 अनुदान दिया जा रहा है। बीज भंडार के कृषि तकनीकी सहायक राणा प्रताप सिंह ने किसानों को फसल बीमा के बारे में बताया। इस मेले मे विभाग के विकास पांडेय सिकंदर, विनोद कुमार यादव, दीपक कुमार व जेपी मिश्रा सहित ब्लॉक बक्शी का तालाब के 85 प्रगतिशील किसानों ने प्रतिभाग किया।

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