69000 शिक्षक भर्ती में चयनितों की तस्वीर साफ, तय आरक्षण से ज्यादा ओबीसी व एससी अभ्यर्थी सेलेक्ट
69000 Shikshak Bharti उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में 69000 शिक्षक भर्ती में चयनितों की तस्वीर साफ हो गई है। इसमें तय आरक्षण से अधिक ओबीसी और एससी अभ्यर्थी चयनित हुए हैं। पिछड़ा वर्ग के 12630 अभ्यर्थी अनारक्षित श्रेणी में अपनी मेधा के दम पर जगह पाने में सफल रहे।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में 69000 शिक्षक भर्ती में चयनितों की तस्वीर साफ हो गई है। इसमें तय आरक्षण से अधिक ओबीसी व एससी अभ्यर्थी चयनित हुए हैं। पिछड़ा वर्ग के 12630 अभ्यर्थी अनारक्षित श्रेणी में अपनी मेधा के दम पर जगह पाने में सफल रहे। वहीं, विशेष आरक्षण व आरक्षित अभ्यर्थियों को उनके गुणांक, जिला वरीयता विकल्प के आधार पर जिले का आवंटन किया गया।
बेसिक शिक्षा परिषद में सहायक अध्यापक का पद जिला संवर्ग का है। इसलिए रिक्त पदों की संख्या जिलों में खाली पदों के आधार पर तय की गई। कार्मिक विभाग के शासनादेश के अनुसार दिव्यांग श्रेणी को चार प्रतिशत, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी को दो, भूतपूर्व सैनिक को पांच व महिलाओं को 20 प्रतिशत आरक्षण दिया गया।
बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश द्विवेदी ने बताया कि आरक्षित श्रेणी के अभ्यर्थियों की उनके गुणांक, श्रेणी, जिला वरीयता विकल्प के आधार पर सबसे पहले अनारक्षित श्रेणी के रिक्त पदों के सापेक्ष उपलब्धता देखी गई। यदि वरीयता वाले जिले में अनारक्षित पद खाली नहीं था तो उन्हें आरक्षित वर्ग में रिक्त पद के सापेक्ष जिला आवंटन किया गया।
उन्होंने बताया कि भर्ती में ओबीसी के लिए 18598 पद थे। इसके सापेक्ष 31228 अभ्यर्थियों को जिला आवंटन सूची में शामिल किया गया। उनमें 12630 अभ्यर्थी अनारक्षित श्रेणी में एमआरसी (आरक्षित श्रेणी के वे अभ्यर्थी जिनका चयन गुणांक के आधार पर अनारक्षित श्रेणी में किया गया) के तहत चयनित हुए हैं। डा. द्विवेदी ने बताया कि कुछ शरारतीतत्व व राजनीतिक दल युवाओं को बरगलाने में लगे हैं। प्रदेश सरकार हर भर्ती पारदर्शिता के साथ पूरी कर रही है।
कटआफ से कम अंक पर चयनित विशेष आरक्षण के : महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने बताया कि असफल अभ्यर्थी भ्रम फैला रहे हैं कि अनारक्षित अभ्यर्थी अंतिम कटआफ अंक के बाद भी जिलों की आवंटन सूची में शामिल हैं, जबकि ऐसे अभ्यर्थी विशेष आरक्षण का लाभ पाने वाले हैं जो अपनी श्रेणी में चयनित हुए हैं। उनका कटआफ अंक अनारक्षित से कम है। चयन सूची में ऐसे भी कई अभ्यर्थी हैं जो मेरिट के आधार पर अनारक्षित श्रेणी में चयनित हुए लेकिन, उनका जिला आवंटन आरक्षित श्रेणी में किया गया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की ओर से सूचना मांगने पर विभाग आख्या उपलब्ध कराएगा।