रायबरेली में NTPC के CMO निलंबित, दवाओं की खरीद फरोख्त व नव नियुक्तियों से घूस लेने समेत प्रताड़ित करने का आरोप

रायबरेली जीवन ज्योति अस्पताल में 20 वर्षों से कार्यरत थे डॉ. एनएम सिंह। दवाओं की खरीद फरोख्त में लेनदेन की शिकायत पर हुई थी जांच। चार माह पूर्व अस्पताल में एएनएम स्टाफ नर्स वार्डब्वॉय सहित अन्य पदों पर नियुक्तियों में भी खेल।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Fri, 29 Jan 2021 07:40 PM (IST) Updated:Fri, 29 Jan 2021 07:40 PM (IST)
रायबरेली में NTPC के CMO निलंबित, दवाओं की खरीद फरोख्त व नव नियुक्तियों से घूस लेने समेत प्रताड़ित करने का आरोप
रायबरेली: जीवन ज्योति अस्पताल में 20 वर्षों से कार्यरत थे डॉ. एनएम सिंह।

रायबरेली, जेएनएन। उत्‍तर प्रदेश के रायबरेली के ऊंचाहार स्‍थित विद्युत उत्पादक कम्‍पनी एनटीपीसी (नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन) के आवासीय परिसर में संचालित जीवन ज्योति अस्पताल के सीएमओ को भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते निलंबित कर दिया गया है। उन पर दवाओं की खरीद फरोख्त के साथ ही नई नियुक्तियों में घूस लेने, कर्मचारियों को प्रताड़ित करने के आरोप लगे थे। गुरुवार की रात उक्त कार्रवाई की गई, अभी तक यहां नए सीएमओ की तैनाती नहीं हुई है।

एनटीपीसी अस्पताल में विगत करीब 20 वर्षों से डॉ नरेंद्र मोहन सिंह बतौर सीएमओ तैनात थे। उनकी कार्यशैली पर पिछले कुछ दिनों से सवाल उठने लगे। दवाओं की खरीद फरोख्त में लेनदेन की कॉल रिकार्डिंग और दूसरे साक्ष्य देकर उनके खिलाफ उच्चाधिकारियों से शिकायत की गई। चार माह पूर्व अस्पताल में एएनएम, स्टाफ नर्स, वार्डब्वॉय सहित अन्य पदों पर नियुक्तियों में भी खेल होने की चर्चा खूब रही। 31 जुलाई 2020 को यहां तैनात संविदा कर्मी ने आत्महत्या कर ली थी, जिस पर सीएमओ के खिलाफ पीड़ित पिता ने मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मुख्य रूप से दवाओं की खरीदारी को लेकर उनके खिलाफ एनटीपीसी ऊंचाहार की ही एलआइयू और विजिलेंस टीम ने जांच की और रिपोर्ट दिल्ली भेजी, वहीं से कार्रवाई हुई है, ऐसा नवरत्न कंपनी के अधिकारियों ने बताया है। मामले की जानकारी के लिए संबंधित सीएमओ से संपर्क की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन कॉल रिसीव नहीं किया।

डॉक्टर के तबादले के बाद बढ़े विरोध के सुर: सीएमओ की तरह ही यहां पर काफी समय से एक हड्डी रोग विशेषज्ञ तैनात थे। पिछले साल उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे, तभी से डॉक्टर और सीएमओ के बीच तनातनी चल रही थी। 31 जुलाई को जब संविदाकर्मी ने आत्महत्या कर ली तो इस प्रकरण को तूल देने में भी उन्हीं डॉक्टर का हाथ था, ऐसी बात सामने आई। इसकी शिकायत होने पर डॉक्टर का तबादला एनटीपीसी की रामागुंडम परियोजना में कर दिया गया। स्थानांतरण होने के बाद चिकित्सक ने दूसरी जगह तैनाती न लेकर रायबरेली-प्रतापगढ़ सीमा पर ही क्लीनिक खोल ली।

उच्चाधिकारियों के आदेश के बाद किया गया निलंबन: एनटीपीसी पीआरओ विजय कुमार के मुताबिक, सीएमओ को निलंबित किया गया है। उन पर ये कार्रवाई क्यों हुई, इसकी जानकारी नहीं है। दिल्ली से उच्चाधिकारियों का आदेश आया तो निलंबन की जानकारी हुई।

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