UPSRTC: अब लखनऊ में श्रमिकों के लिए बस अड्डों से मिलेंगी सीधी सेवाएं, छह दर्जन से अधिक भेजी गईं बसें
लखनऊ रीजन ने आलमबाग चारबाग कैसरबाग और अवध बस स्टेशनों से बसों का शेड्यूल खत्म करते हुए श्रमिकों की उपलब्धता के आधार पर बसों को भेजना शुरू कर दिया है। शाम तक करीब छह दर्जन से बसों को गंतव्य की ओर रवाना कर दिया गया है।
लखनऊ, जेएनएन। विभिन्न राज्यों से आ रही यात्रियों की बस स्टेशनों पर बढ़ती भीड़ को देखते हुए परिवहन निगम प्रशासन ने सीधी सेवाएं शुरू कर दी हैं। लखनऊ रीजन ने आलमबाग, चारबाग, कैसरबाग और अवध बस स्टेशनों से बसों का शेड्यूल खत्म करते हुए श्रमिकों की उपलब्धता के आधार पर बसों को भेजना शुरू कर दिया है। शाम तक करीब छह दर्जन से बसों को गंतव्य की ओर रवाना कर दिया गया है। चुनाव के चलते सबसे अधिक यात्री गोरखपुर की ओर जाने वाला रहा।
चारों प्रमुख बस स्टेशनों से करीब 40 के आसपास बसें भेजी गईं। आलमबाग बस टर्मिनल, चारबाग और कमता अवध बस स्टेशन से पूर्वांचल की ओर जाने वाले यात्रियों का लगातार तांता बना रहा। एआरएम डीके गर्ग के मुताबिक 18 बसें गोरखपुर के लिए भेजी जा चुकी हैं। वहीं अन्य अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज, आजमगढ़, बलिया आदि स्थानों के लिए भी 15 बसें रवाना की जा चुकी हैं। एआरएम काशी प्रसाद के मुताबिक चारबाग में सुबह के वक्त भारी भीड़ रही। 25 बसें रवाना की गईं। इनमें गोरखपुर और सुलतानपुर आदि जिलों की ओर जाने वाले लोगों की संख्या अधिक थी।
पहले की तरह चारबाग रेलवे स्टेशन पर बनानी होगी व्यवस्था बस स्डेशनों पर संक्रमण न फैलने पाए इसे देखते हुए पहले की तरह ही चारबाग बस स्टेशन परिसर में बसों की रोका जाए जिससे ट्रेनों से आ रहे यात्री सीधे बसों में सवार होकर संबंधित जिलों की ओर प्रस्थान कर जाएं। शहर में प्रवेश करने से बस स्टेशनों पर संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। चारबाग रेलवे स्टेशन परिसर में बसें खड़ा करने से एक तो यात्री को बिना कहीं जाए सीधे बसें मिलेंगी दूसरे इनका शहरों में प्रवेश कम होने से संक्रमण की चेन तोड़ने पर भी विराम लगेगा।
क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव बोस ने बताया कि चारबाग रेलवे स्टेशन परिसर में बसें खड़े होने की अनुमति अभी नहीं मिली है। जैसे ही प्रशासन की ओर से निर्देश मिलेंगे, बसों को परिसर में खड़ा करा दिया जाएगा। यह सही है कि इससे बाहर से आने वाले यात्री शहर में कम से कम प्रवेश कर पाएंगे और लोगों को राहत मिलेगी। फिलहाल समय-सारिणी खत्म कर दी गई है। शेडयूल बंद होने से एकमुश्त भीड़ मिलते ही बसों को गंतव्य की ओर भेजना आसाना हो गया है।