Edible Oil: अब खाना बनाने के बाद बेचें यूज्ड आयल, घर बैठे अपलोड करें ये एप और कमाएं पैसे; लखनऊ में बायोडीजल कंपनी ने किया करार
खाद्य तेलों में अब किसी चीज को तलने के बाद उसको बेच भी सकते हैं। जी ही खाद्य तेलों का इस्तेमाल अब बायोडीजल बनाने में किया जा रहा है। इसलिए अब दुकानदारों को खाद्य तेल बार-बार गरम कर उसका इस्तेमाल नहीं करना होगा।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। आम के आम और गुठलियों के दाम। खाद्य तेलों में अब किसी चीज को तलने के बाद उसको बेच भी सकते हैं। जी ही खाद्य तेलों का इस्तेमाल अब बायोडीजल बनाने में किया जा रहा है। इसलिए अब दुकानदारों को खाद्य तेल बार-बार गरम कर उसका इस्तेमाल नहीं करना होगा। एक या दो बार इस्तेमाल के बाद कंपनियों को बेचने की सुविधा होगी। दरअसल तेल को कई बार गरम करने पर उसका टोटल पोलर कंपाउंड अधिक हो जाता है जिससे यह इस्तेमाल करने लायक नहीं रहता है। ऐसे तेल के इस्तेमाल से गंभीर बीमारियों का खतरा हो सकता है। अभिहीत अधिकारी एसपी सिंह के मुताबिक राजधानी के करीब पचास से अधिक होटल और कंपनियों ने बायो डीजल बनाने वाली कंपनी से यूज्ड तेल बेचने के लिए करार किया है। बीते कुछ वर्षों से तमाम निजी कंपनियां इस्तेमाल किए तेल से बायो डीजल बनाना शुरू कर दिया है।
मोबाइल एप पर होगी सुविधा: अनुपयोगी तेल को कारोबारी बायोडीजल कंपनी को आसानी से बेच सकेंगे। इसके लिए कंपनी के ऑयल ब्रदर्स एप पर कारोबारी उपलब्ध तेल की मात्रा को फीड कर सकते हैं। कंपनी उपलब्ध तेल को रिफाइंनरी तक पहुंचाने की व्यवस्था करेगी।
25 डिग्री टीपीसी होता है खतरनाक: एफएसडीए खाद्य तेलों की जांच को विशेष अभियान चलाने जा रहा। इसके लिए टोटल पोलर कंपाउंड (टीपीसी) मशीन से गर्म खाद्यय तेल की जांच होगी। अगर तेल का टीपीसी 25 डिग्री से अधिक मिला तो उसे अनुपयोगी करार देकर इस्तेमाल करने से रोक दिया जाएगा। विशेषज्ञों का कहना है कि अधिकतम तीन बार तेल को गर्म करने से वह खाने लायक नहीं होता है। फिजीशियन डाक्टर राकेश गुप्ता का कहना है कि बार बार एक ही तेल इस्तेमाल करने से पेट की गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।