UP: अब बनेगा मिशन शक्ति के दूसरे चरण का माइक्रोप्लान, सभी विभाग गृह विभाग को भेजेंगे योजना
उत्तर प्रदेश में नवरात्र में मिशन शक्ति का पहला चरण पूरा हो चुका है और अब योगी सरकना ने दूसरे चरण की तैयारी शुरू कर दी है। मुख्य सचिव आरके तिवारी ने निर्देश दिए हैं कि सभी विभाग शुक्रवार तक हर हाल में अपनी-अपनी कार्ययोजना गृह विभाग को भेज दें।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश में नवरात्र में मिशन शक्ति का पहला चरण पूरा हो चुका है और अब योगी सरकना ने दूसरे चरण की तैयारी शुरू कर दी है। मुख्य सचिव आरके तिवारी ने निर्देश दिए हैं कि सभी विभाग शुक्रवार तक हर हाल में अपनी-अपनी कार्ययोजना गृह विभाग को भेज दें, ताकि दूसरे चरण का माइक्रोप्लान तैयार किया जा सके।
महिला-बेटियों की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के उद्देश्य से सरकार द्वारा शुरू किए गए मिशन शक्ति की समीक्षा गुरुवार को मुख्य सचिव आरके तिवारी ने लोकभवन में की। उन्होंने कहा कि अभियान का पहला चरण 25 अक्टूबर को पूरा हो चुका है। अब दूसरे चरण का माइक्रोप्लान तैयार किया जाएगा। सभी विभागों को कार्ययोजना भेजने के निर्देश के साथ ही कहा कि मिशन शक्ति अभियान के प्रभावी अनुश्रवण के लिए एक पोर्टल जल्द तैयार करा लिया जाए, जिसमें विभिन्न विभागों में संचालित कार्यक्रमों की जानकारी और फोटोग्राफ अपलोड किए जाएं। पोर्टल पर महिलाओं और बालिकाओं से संबंधित योजनाओं व कार्यक्रमों की जानकारी अपलोड करें।
मुख्य सचिव आरके तिवारी ने कहा कि जनकल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों में महिला लाभार्थियों की भागीदारी बढ़ाई जाए। कौशल विकास विभाग प्रशिक्षित करे। अधिक से अधिक रोजगार भी उपलब्ध कराया जाए। ग्राम्य विकास विभाग ब्लॉक स्तर पर महिलाओं को प्रदेश की योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारी देने के लिए एक हेल्प डेस्क स्थापित करे। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक एचसी अवस्थी, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत कुमार सहगल, प्रमुख सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आलोक कुमार भी उपस्थित थे।
पाठ्यक्रम में शामिल करें महिला सशक्तिकरण : मुख्य सचिव आरके तिवारी ने निर्देश दिए हैं कि बेसिक शिक्षा व माध्यमिक शिक्षा विभाग के पाठ्यक्रम में महिला सशक्तिकरण विषय को शामिल करने पर विचार किया जाए। सभी छात्र-छात्राओं और अध्यापिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण, शारीरिक-मानसिक यौन शोषण के विषय में विधिक जानकारी के लिए जागरूक करें। औद्योगिक विकास विभाग व्यापारिक प्रतिष्ठानों में जागरुकता गोष्ठी व कार्यशालाएं आयोजित करे। इसके साथ ही उन्होंने महिला एवं बाल सुरक्षा से संबंधित वॉल पेंङ्क्षटग, कठपुतली मंचन और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से महिलाओं को जागरूक करने के लिए कहा है। सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ भी अभियान चलाया जाएगा।