अब झाड़ू लगाने वाला ही लेगा घरों से कूड़ा, लखनऊ के दो वार्डों में आज से चालू होगा पायलट प्रोजेक्ट
लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया और पार्षद के समक्ष इस नई योजना पर चर्चा भी की गई। नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि अभी तक घरों से कूड़ा मेसर्स ईको ग्रीन के कर्मचारी ही ले रहे थे।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। सड़कों की सफाई और घर-घर से कूड़ा एकत्र करने की अलग-अलग व्यवस्था से हो रही परेशानी अब दूर हो जाएगी। आपकी गली में सड़कों व नालियों की सफाई करने वाला कर्मचारी भी घरों से कूड़ा लेगा। फिलहाल नगर निगम पायलट प्रोजेक्ट के तहत गुरुवार से दो वार्डों में इसे चालू करेगा। इसमे राममोहन राय वार्ड और है।
महापौर संयुक्ता भाटिया और पार्षद के समक्ष इस नई योजना पर चर्चा भी की गई। नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि अभी तक घरों से कूड़ा मेसर्स ईको ग्रीन के कर्मचारी ही ले रहे थे। कंपनी को शहर के कूड़ा प्रबंधन का काम मिला था लेकिन यह पाया गया कि हर घरों से कूड़ा समय से और नियमित उठ नहीं पा रहा है। ऐसे में इसमे बदलाव का निर्णय लिया गया, जिससे समय से घरों से कूड़ा एकत्र सके और सड़कों पर गंदगी न दिखाई दे। अब सड़क व नालियों करने वाले सफाई करने वाले नगर निगम के कर्मी यह काम करेंगे। वह घरों से कूड़ा लेकर एक निश्चित जगह पर लेकर उसे रखेंगे, जिससे ईको ग्रीन की गाड़ी से प्लांट में पहुंचाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस अतिरिक्त कार्य के लिए सफाई कर्मी को प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। यह राशि मेसर्स ईको ग्रीन को वहन करनी पड़ेगी।
पटरी से उतर रहा सफाई इंतजाम
घरों से कूड़ा न उठने से लोगों की नाराजगी बढ़ रही थी और नगर निगम के सफाई कर्मी कूड़ा लेने से मना कर देते थे। इस कारण विवाद भी होता था। दूसरा यह था कि कूड़ा न ले जाने पर लोग उसे खुले में फेंक देते थे, जिससे गंदगी बनी रहती थी। वैसे तो नगर निगम सीमा में 5.60 लाख भवन हैं लेकिन मेसर्स ईको ग्रीन अभी तक डेढ़ लाख घरों से ही कूड़ा ले रही है और वह भी नियमित नहीं हो पा रहा है।