Oxygen Crisis in UP: बाराबंकी के अस्पतालों में लिक्विड आक्सीजन की किल्लत बढ़ी, दो दिन से बंद पड़ा है प्लांट

अभी तक जिला के अस्तपतालों में आक्सीजन प्लांट न होने से आक्सीजन गैस सिलिंडर नहीं भरे जा पा रहे थे लेकिन अब लिक्विड ऑक्सीजन मिलने से जिले के दो आक्सीजन प्लांट हो गए हैं। ऐसे में एक प्लांट दो दिन से बंद पड़ा है।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 08:57 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 09:35 PM (IST)
Oxygen Crisis in UP: बाराबंकी के अस्पतालों में लिक्विड आक्सीजन की किल्लत बढ़ी, दो दिन से बंद पड़ा है प्लांट
बराबंकी में जरूरत के मुताबिक न मिल पाने से नहीं भरे जा रहे लिक्विड आक्सीजन गैस सिलिंडर।

बाराबंकी, जेएनएन। अभी तक जिला के अस्तपतालों में आक्सीजन प्लांट न होने से आक्सीजन गैस सिलिंडर नहीं भरे जा पा रहे थे, लेकिन अब लिक्विड ऑक्सीजन मिलने से जिले के दो आक्सीजन प्लांट हो गए हैं। दोनों प्लांटों को प्रति दिन कम से कम 10-10 टन लिक्विड की जरूरत होती है मगर नियमित लिक्विड ऑक्सीजन न मिलकर तीसरे-चौधे दिन मिल रही है। ऐसे में एक प्लांट दो दिन से बंद पड़ा है। जिसकी वजह से मरीजों को ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है। 

लखनऊ-अयोध्या मार्ग पर असेनी मोड पर सांरग गैस प्लांट में मंगलवार को दिनभर लिक्विड की कमी के चलते कोविड हास्पिटलों के अलावा निजी चिकित्सालयों को आक्सीजन आपूर्ति नहीं हो पा रही थी। बुधवार की भोर 10 टन लिक्विड मिला तो जिले के अलावा, लखनऊ, गोंडा, बहराइच, बस्ती, बलरामपुर सहित अन्य आसपास जिले के चिकित्सालयों के सिलिंडर थे भरे गए। बुधवार की शाम को प्लांट मैनेजर जेपी तिवारी ने बताया कि लिक्विड भी कम पड़ गया है। यदि रात में टैंकर नहीं आया तो गुरुवार को प्लांट में लिक्विड नहीं बचेगा। यह गाजियाबाद के मोदी नगर व झारखंड के बोकारो से आता है। इसकी डिमांड अब जिला ड्रग इंस्पेक्टर के माध्यम से डिमांड भेजी जाती है।

रसौली के निकट जय सांई प्लांट अभी चार दिन पहले ही संचालित हुआ है। मंगलवार को यहां भी लिक्विड समाप्त हो गया। प्लांट मैनेजर अभिषेक के बताया कि डिमांड भेजी गई है।

बाराबंकी के ड्रग इंस्पेक्टर सुमित वर्मा ने बताया कि  जिले में 20 टन लिक्विड की जरूरत है। अब आवश्यकतानुसार आक्सीजन लिक्विड नहीं मिल पा रहा है। संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया गया है।

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