यूपी में डाक्‍टरों की कमी दूर करने के ल‍िए सरकार का बड़ा कदम, सेवानिवृत्ति आयु 70 साल करने की तैयारी

चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि मेडिकल कालेजों में अच्छे डाक्टरों की कमी न हो इसलिए सेवानिवृत्त आयु पांच वर्ष बढ़ाई जा रही है। अभी करीब 10 प्रतिशत पद खाली चल रहे हैं। रिटायर होने के बाद डाक्टर निजी मेडिकल कालेज या अस्पतालों में अपनी सेवाएं देते हैं।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 11:12 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 07:23 AM (IST)
यूपी में डाक्‍टरों की कमी दूर करने के ल‍िए सरकार का बड़ा कदम, सेवानिवृत्ति आयु 70 साल करने की तैयारी
अभी 65 वर्ष है चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति आयु, इस निर्णय से विशेषज्ञ डाक्टरों की नहीं होगी कमी।

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। प्रदेश में सरकारी मेडिकल कालेजों में अब डाक्टर 70 साल पर रिटायर होंगे। अभी सेवानिवृत्ति आयु 65 वर्ष है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी न हो इसके लिए राज्य सरकार पांच वर्ष सेवानिवृत्त आयु बढ़ाने जा रही है। चिकित्सा शिक्षा विभाग के इस प्रस्ताव को जल्द कैबिनेट से पास कराया जाएगा। बता दें कि प्रदेश में कोरोना के बाद डेंगू, चिकनगुनिया, कालाजार के साथ-साथ स्क्रबटाइफस व लेप्टोस्पाइरोसिस जैसे संक्रामक रोगों से बेहतर ढंग से निपटने के लिए विशेषज्ञ डाक्टरों की जरूरत है। ऐसे में इस फैसले से विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी नहीं होगी।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि मेडिकल कालेजों में अच्छे डाक्टरों की कमी न हो इसलिए सेवानिवृत्त आयु पांच वर्ष बढ़ाई जा रही है। अभी करीब 10 प्रतिशत पद खाली चल रहे हैं। रिटायर होने के बाद डाक्टर निजी मेडिकल कालेज या अस्पतालों में अपनी सेवाएं देते हैं। ऐसे में उन्हें अपने ही मेडिकल कालेज व चिकित्सा संस्थान में सेवाएं देने का अवसर मिलेगा। मरीजों को विशेषज्ञ डाक्टरों से इलाज की सुविधा मिलेगी और शोध को भी बढ़ावा मिलेगा। आगे कोई नई बीमारी सामने आती है, तो मेडिकल कालेजों में चिकित्सकों की कमी नहीं होगी।

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