Rohingya in UP: 100 से अधिक रोहिंग्या को घुसपैठ करा चुका था नूर, किशोरियों का जम्मू और हैदराबाद में होना था सौदा

त्रिपुरा सीमा से बांग्लादेश व म्यांमार के नागरिकों की अवैध घुसपैठ कराने वाले गिरोह के सरगना मुहम्मद नूर उर्फ नूरुल इस्लाम की पैठ प्रदेश के कई जिलों में गहरी रही है। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) अब नूर के अन्य साथियों व मददगारों की तलाश में जुटा है।

By Vikas MishraEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 12:42 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 12:42 PM (IST)
Rohingya in UP: 100 से अधिक रोहिंग्या को घुसपैठ करा चुका था नूर, किशोरियों का जम्मू और हैदराबाद में होना था सौदा
नूर के द्वारा 100 से अधिक रोहिंग्या को घुसपैठ कराने की बात सामने आई है, जिसमें कई महिलाएं शामिल हैं।

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। त्रिपुरा सीमा से बांग्लादेश व म्यांमार के नागरिकों की अवैध घुसपैठ कराने वाले गिरोह के सरगना मुहम्मद नूर उर्फ नूरुल इस्लाम की पैठ उत्तर प्रदेश के कई जिलों में गहरी रही है। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) अब नूर के अन्य साथियों व मददगारों की तलाश में जुटा है। नूर त्रिपुरा में रहकर कई वर्षों से मानव तस्करी कर रहा था। नूर के द्वारा अब तक 100 से अधिक रोहिंग्या को घुसपैठ कराने की बात सामने आई है, जिसमें कई महिलाएं भी शामिल हैं। सूत्रों का कहना है कि नूर रोहिंग्या किशोरियों को जम्मू व हैदराबाद में बेचने वाला था। एक किशोरी को 25 से 30 हजार रुपये में बेचा जाना था। एटीएस नूर के कुछ अन्य साथियों की तलाश में छापेमारी भी कर रही है। 

बांग्लादेश व म्यांमार के नागरिकों को लगातार सीमा पार कराए जाने को लेकर भी सुरक्षा-व्यवस्था के सवाल खड़े हो रहे हैं। नूर से शुरुआती पूछताछ में सामने आया है कि दोनों किशोरियों को चार दिन पूर्व ही अवैध ढंग से सीमा पार कराई गई थी और उन्हें त्रिपुरा में ठहराया गया था। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि नूर व उसके दोनों साथियों से पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर आगे की छानबीन कराई जा रही है। तीनों को पुलिस रिमांड पर लेकर और गहनता से पूछताछ की जाएगी। उल्लेखनीय है कि एटीएस ने एक दिन पूर्व बांग्लादेश निवासी मुहम्मद नूर उर्फ नूरुल इस्लाम, म्यांमार के निवासी रहमतउल्ला व शबीउर्रहमान उर्फ शबीउल्लाह को गिरफ्तार किया था। एटीएस ने उनके कब्जे से दो रोहिंग्या किशोरियों व एक युवक को मुक्त भी कराया था। नूर के उन मददगारों की भी पड़ताल की जा रही है, जिनकी मदद से वह फर्जी दस्तावेज बनवाकर रोङ्क्षहग्या की पहचान बदलवाता था। अब तक पकड़े गए रोहिंग्या से भी नूर के रिश्ते खंगाले जा रहे हैं। आरोपित रहमत उल्ला करीब सात वर्षों से जम्मू में रह रहा था। जम्मू में किशोरी को बेचने के लिए रहमत करीब 20 हजार रुपये एडवांस भी ले चुका था। वहीं हैदराबाद में इस्माइल नाम के व्यक्ति से किशोरी का सौदा तय हुआ था।

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