लखनऊ में नीलांश वॉटर पार्क की जमीन पर क‍िसानों ने गुपचुप कराया लोन, सीएम से श‍िकायत के बाद FIR दर्ज

सीएम से श‍िकायत के बाद जांच हुई जांच में पता चला कि किसानों ने जो जमीन बेची थी। उसके फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए हैं। उसके आधार पर कार्पोरेशन बैंक मलिहाबाद शाखा यूको बैंक समेत अन्य से लोन भी लिया गया है।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 07:30 AM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 08:02 AM (IST)
लखनऊ में नीलांश वॉटर पार्क की जमीन पर क‍िसानों ने गुपचुप कराया लोन, सीएम से श‍िकायत के बाद FIR दर्ज
माल थाने में दर्ज हुई रिपोर्ट, बेची गई जमीन पर जाली दस्तावेजों के आधार पर लोन कराने का आरोप।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। नीलांश वाटर पार्क के मालिक सतीश श्रीवास्तव के भाई संतोष ने माल थाने में आठ किसानों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि किसानों ने जो उन्हें जमीन बेची थी उस पर र्जी दस्तावेज बनवाकर लोन करा लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जांच हुई जांच में पता चला कि किसानों ने जो जमीन बेची थी। उसके फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए हैं। उसके आधार पर कार्पोरेशन बैंक मलिहाबाद शाखा, यूको बैंक समेत अन्य से लोन भी लिया गया है।

थानाप्रभारी माल रामसिंह यादव के मुताबिक सतीश श्रीवास्तव नीलांश वाटर पार्क के मालिक हैं। उनके भाई संतोष के मुताबिक भाई ने वर्ष 2013 में टिकरी कला माल निवासी महेश्वर बक्स सिंह, सुखपाल सिंह, कृष्णपाल सिंह, नरेंद्र व अन्य किसानों की जमीन खरीदी थी। जबकि संतोष ने सुधा सिंह उनके बेटे विशाल और शुभम की जमीन अपने नाम कराई थी। जमीन खरीद का सारा रुपया भी उक्त लोगों को दे दिया गया था। इसके बाद कुछ लोगों ने जमीन पर कब्जे का आरोप लगाया। इस बीच एक किसान की मौत हो गई। इस पर कुछ लोगों ने साजिश के तहत कई और मन गढंत आरोप लगाए। मामले की शिकायत शासन और मुख्यमंत्री तक हुई।

जांच हुई तो पता चला कि किसानों ने जो जमीन बेची थी। उसके फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए हैं। उसके आधार पर कार्पोरेशन बैंक मलिहाबाद शाखा, यूको बैंक समेत अन्य से लोन भी लिया गया है। जांच के बाद तथ्य सामने आएं तो आठ किसानों के खिलाफ तहरीर दी गई। तहरीर पर पुलिस ने जांच की और जांच के बाद बुधवार रात मुकदमा दर्ज किया गया। थानाप्रभारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

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