लखनऊ के आशियाना क्षेत्र में कूड़े के ढेर में मिली नवजात बच्‍ची, कुत्तों ने नोचकर किया घायल

लखनऊ के आशियाना क्षेत्र में सूर्यबली गली के पास कूड़े के ढेर में पड़ी नवजात पर चीटियों ने हमला कर दिया तो उसकी चीख सुन आवारा कुत्तों ने नोचना शुरू कर दिया। पास से गुजर रही नबीन ने देखा तो कुत्तों से नवजात को बचाया।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 07:06 AM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 01:51 PM (IST)
लखनऊ के आशियाना क्षेत्र में कूड़े के ढेर में मिली नवजात बच्‍ची, कुत्तों ने नोचकर किया घायल
नवजात बालिका को लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। नौ महीने कोख में रखकर जिसे जीवन दिया उसी मां ने एक पल में ही अपने जिगर के टुकड़े को कूड़े के ढेर में फेंक दिया। ममतामयी मां का कलेजा ऐसा करते हुए बाीर भले न आया हो लेकिन इस घटना को लेकर लोग स्तब्ध जरूर हैं। आशियाना क्षेत्र में सूर्यबली गली के पास कूड़े के ढेर में पड़ी नवजात पर चीटियों ने हमला कर दिया तो उसकी चीख सुन आवारा कुत्तों ने नोचना शुरू कर दिया। पास से गुजर रही नबीन ने देखा तो कुत्तों से नवजात को बचाया और 112 डायल कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने चाइल्ड लाइन को सूचना दी।

बाल शिशु कल्याण परिषद के अध्यक्ष रवेद्र सिंह जादौन के आदेश पर चाइल्ड लाइन के सदस्यों ब्रजेंद्र शर्मा व अनीता त्रिपाठी ने पुलिस की मदद से नवजात बालिका को लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया। चिकित्सकों ने बताया कि चीटियों व कुत्तों के काटने से नवजात को संक्रमण होने का खतरा है। अभी उसकी हालत ठीक है। चाइल्ड लाइन के केंद्र समन्वयक कृष्ण प्रताप शर्मा ने बताया कि चाइल्ड लाइन की टीम नवजात की देखभाल करने में लगी है। एक सप्ताह में यह तीसरा मामला है।

गौरतलब है क‍ि मंगलवार को अल्लुनगर मुर्गी फार्म के पास बाइक सवार दो युवकों ने सड़क किनारे एक कपड़े में ल‍िपटी हुई बच्ची को फेंककर चले गए।  बाइक सवारों के जाते ही बच्ची रोने लगी। यह देख वहां से गुजर रही मह‍िला शांति दौड़कर वहां पहुंची और उसने बच्ची को उठाकर झट से सीने से लगा ल‍िया। इसके बाद स्थानीय लोगों और पुलिस कंट्रोल रूम को इसकी सूचना दी। मासूम बच्‍ची को सड़क पर छोड़कर जाने की सूचना म‍िलने पर इंस्पेक्टर मड़ियांव मनोज कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने डीसीपी देवेश पांडेय और अन्य अफसरों को घटना की जानकारी दी। चाइल्ड लाइन ने बच्ची का मेडिकल परीक्षण कराने के बाद उसे राजकीय बाल गृह शिशु में सौंप द‍िया है।

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