लॉकडाउन में सामने आया अफीम तस्करी का नया ट्रेंड, आवश्यक वस्तुओं के ट्रकों में हो रही सप्लाई

लॉकडाउन में जब लोगों को राहत पहुंचाने के लिए शासन ने आवश्यक वस्तुओं के वाहनों की आवाजाही शुरू की तो मादक पदार्थ तस्करों ने अपराध का नया रास्ता भी खोज लिया।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Sat, 06 Jun 2020 12:05 AM (IST) Updated:Sat, 06 Jun 2020 07:51 AM (IST)
लॉकडाउन में सामने आया अफीम तस्करी का नया ट्रेंड, आवश्यक वस्तुओं के ट्रकों में हो रही सप्लाई
लॉकडाउन में सामने आया अफीम तस्करी का नया ट्रेंड, आवश्यक वस्तुओं के ट्रकों में हो रही सप्लाई

लखनऊ, जेएनएन। लॉकडाउन में जब लोगों को राहत पहुंचाने के लिए शासन ने आवश्यक वस्तुओं के वाहनों की आवाजाही शुरू की तो मादक पदार्थ तस्करों ने अपराध का नया रास्ता भी खोज लिया। अफीम की सप्लाई के लिए आवश्यक वस्तुओं के ट्रकों का इस्तेमाल शुरू कर दिया। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने लॉकडाउन के दौरान जब छानबीन तेज की तो यह ट्रेंड पकड़ में आया।

झारखंड और पूर्वी राज्यों से अफीम की तस्करी करने वाले गिरोह इन दिनों खूब सक्रिय हैं। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने उत्तर प्रदेश व राजस्थान में बीते दिनों अलग-अलग कार्रवाई में करीब 355 किलो अफीम बरामद की है। उत्तर प्रदेश में तीन केसों में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने करीब 215 किलो अफीम पकड़ी। आरोपितों से पूछताछ में सामने आई जानकारी के आधार पर राजस्थान में भी तीन गिरोह पकड़े गए। राजस्थान में भी तीन अलग-अलग केस में करीब 140 किलो अफीम बरामद की गई।

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो लखनऊ के जोनल डायरेक्टर प्रशांत कुमार श्रीवास्तव के अनुसार झारखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्र से अफीम की बड़ी सप्लाई होने की बात सामने आई है। नेटवर्क से जुड़े तस्कर प्रदेश व अन्य राज्यों में अफीम पहुंचाने के लिए आवश्यक वस्तुओं के ट्रकों व अन्य वाहनों का प्रयोग कर रहे हैं। करीब एक माह से तस्कर सड़क मार्ग के जरिए इस धंधे की जड़ें जमा रहे थे।

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने मई माह में प्रदेश में 31 किलो और 60 किलो अफीम की बरामद की, जो कि दो ट्रकों से झारखंड से हरियाणा ले जाई जा रही थी। झारखंड निवासी मनोज के पकड़े जाने पर अहम जानकारियां सामने आई थीं। इसी कड़ी में एनसीबी ने लखनऊ में 29 मई को ट्रक में छिपाकर ले जाई जा रही 124 किलो अफीम पकड़ी थी।

बताया जा रहा है कि अफीम की खेती करने वाले और अफीम तस्करों ने अफीम और डोडा का स्टॉक जमा कर रखा था। लॉकडाउन की वजह से वाहनों की आवाजाही न होने से अफीम की कीमत कम हुई है। ऐसे में इसका फायदा बाहर के तस्कर उठाने में लगे हैं। तस्कर कम दाम में अफीम, डोडा खरीदकर ज्यादा दाम पर बेच रहे हैं। कुछ तस्कर अफीम बाहर ले लाने के प्रयास में भी हैं।

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