GST Evasion in Lucknow: टैक्स चोरी का नया तरीका, आम आदमियों को व्यापारी दिखा काटा रहे बिल; लगा नौ लाख का जुर्माना
जीएसटी की चोरी करने वालों ने ऐसा खेल कि अधिकारी चकरघिन्नी बने रहे। लखनऊ जोन-दो में एक फर्म ने व्यापारी और फर्म पर माल आपूर्ति करने के बजाय आम लोगों को ही पान मसाला की आपूर्ति कर डाली। आधार कार्ड के अनुसार बिल काटे गए।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। तू डाल-डाल मैं पात-पात की तर्ज पर जीएसटी चोर रोज नए-नए तरीके अपना रहे हैं। इस बार जीएसटी की चोरी करने वालों ने ऐसा खेल कि अधिकारी चकरघिन्नी बने रहे। लखनऊ जोन-दो में एक फर्म ने व्यापारी और फर्म पर माल आपूर्ति करने के बजाय आम लोगों को ही पान मसाला की आपूर्ति कर डाली। आधार कार्ड के अनुसार बिल काटे गए। मामले का राजफाश तब हुआ जब जांच के लिए लखनऊ से भेजी गई टीम ने आधार कार्ड वाले लोगों को ढूंढकर मोबाइल से बात करना शुरू की। पता चला कि फर्म के बजाए आधार कार्ड पर आवासीय पतों पर पान मसाला बिक्री का खेल चल रहा है। लोगों के बयान दर्ज करने के बाद जीएसटी टीम ने पेनाल्टी औैर टैक्स के नौ लाख रुपये वसूल किए।
सीएम के निर्देश पर जीएसटी चोरी पर नकेल कसी जा रही है। ज्वाइंट कमिश्नर संजय कुमार के दल ने बीते दिनों ट्रक संख्या यूपी71टी-2939 को रोका। इसमें भारी मात्रा में करीब 11 लाख से अधिक का पान मसाला था। ज्वाइंट कमिश्नर ने बताया कि कानपुर से यह ट्रक खीरी पान मसाला लेकर चला। खीरी में जिस फर्म को आपूर्ति दिखाई गई उस फर्म के पते को तलाश किया तो वह आवास निकला। कई बिल कटे होने से अधिकारी सोच में पड़ गए। मसला मीराबाई मार्ग स्थित कार्यालय के एडिशनल कमिश्नर ग्रेड वन तक पहुंचा। मामले की गंभीरता देख ज्वाइंट कमिश्नर संजय कुमार और सीटीओ अमित श्रीवास्तव को जिम्मा सौंपा। जांच में बिल काटने के तरीकों की पड़ताल शुरू हुई। इसमें आधार कार्ड की आड़ में फर्जी बिल बनाए गए थे। मोबाइल से आधार कार्ड धारकों से बात की गई तो जो पते दिखाए गए थे वे आम आदमियों के आवास निकले जहां किसी भी तरह की व्यवसायिक गतिविधि नहीं मिली। पड़ताल के बाद माल पकड़ लिया गया। पेनाल्टी और टैक्स जमा करा लिया गया है।