New Film City in UP : बॉलीवुड का 'लाइट-कैमरा' और 'एक्शन' में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

यूपी फिल्म सिटी का ट्रेलर पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने दिखाया था। अब वही कहानी ऐसे री-टेक के साथ शुरू हो रही है जिसमें किरदार बदल चुके हैं। लाइट-कैमरा संग निर्देशन बॉलीवुड के दिग्गजों का है तो निर्माता के साथ हर एक्शन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तैयार हैं।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Wed, 23 Sep 2020 08:28 AM (IST) Updated:Wed, 23 Sep 2020 11:10 AM (IST)
New Film City in UP : बॉलीवुड का 'लाइट-कैमरा' और 'एक्शन' में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
सीएम योगी आदित्यनाथ ने फिल्म जगत के नामचीन लोगों से उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी पर राय ली।

लखनऊ [जितेंद्र शर्मा]। यूपी फिल्म सिटी...! जी हां, टाइटल वही पुराना है। ट्रेलर भी आपने देख रखा होगा, जिसे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दिखाया था। अब वही कहानी ऐसे 'री-टेक' के साथ शुरू हो रही है, जिसमें किरदार बदल चुके हैं। लाइट-कैमरा के साथ निर्देशन बॉलीवुड के दिग्गजों का है तो निर्माता के साथ ही हर एक्शन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तैयार हैं। 'हैप्पी एंडिंग' की अपनी शर्त रखकर सीएम योगी ने संवाद-पटकथा में सिने जगत के दिग्गजों को ही साझेदार बना लिया है।

उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी के निर्माण की जैसे ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की, वैसे ही विपक्ष के 'डायलॉग' भी कानों में गूंजने लगे। खास आपत्ति पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जताई है। उन्हें मलाल है? कि आइडिया उनका था, फिल्म सिटी की घोषणा उन्होंने की और उस पर श्रेय अब योगी सरकार लेना चाहती है। जाहिर सी बात है? कि कहानी में यह ट्विस्ट की तरह है? कि क्या यह पुरानी फिल्म की 'रीलांचिंग' है?

यूपी फिल्म सिटी की कहानी के नए किरदार तो इससे वाकिफ नहीं होंगे, लेकिन उत्तर प्रदेश के ही कुछ कलाकार हैं, जो पहले भी ऐसी कहानी से जुड़े रहे हैं। मशहूर भजन गायक अनूप जलोटा कहते से सवाल किया गया? कि फिल्म सिटी की घोषणा तो पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी की थी। तब बॉलीवुड ने रुचि क्यों नहीं ली? क्यों यहां काम शुरू नहीं हुआ? और अब ऐसा क्या हो गया? इस पर वह कहते हैं कि जब वह कानपुर में पढ़ाई करते थे, तब करीब पचास वर्ष पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री चंद्रभानु गुप्ता ने यूपी में फिल्म सिटी की घोषणा की थी। ऐसे ही अखिलेश यादव ने भी की, लेकिन वह सपना साकार होते अब दिख रहा है।

अनूप जलोटा का कहना है? कि मुंबई में भी फिल्म सिटी नहीं है। वहां तमाम काम बाहर करने पड़ते हैं। अब सीएम योगी ने पूरी योजना दिखाई है। रूपरेखा तैयार है। यहां जो फिल्म सिटी प्रस्तावित है, उसमें स्क्रिप्ट लेकर आइए, महीनों तक रुककर फिल्म पूरी कीजिए और जाकर रिलीज कर दीजिए।

इसी तरह उत्तर प्रदेश फिल्म विकास परिषद के अध्यक्ष और मशहूर हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव से सवाल था कि पहले भी बड़े-बड़े कलाकार फिल्म विकास परिषद के अध्यक्ष रहे। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश फिल्म सिटी के लिए तैयार भी थे। तब क्यों नहीं बन सकी? इस पर राजू बोले कि परिषद के अध्यक्ष बड़े-बड़े थे, लेकिन अब मैं जमीनी हूं और काम जमीन पर होता है। रही बात पुरानी घोषणा की तो पहले कोई रूपरेखा तैयार नहीं हुई थी। पत्थर लगे और प्रचार हुआ। पूर्व मुख्यमंत्रियों की तुलना योगी जी से नहीं की जा सकती। आज वह विजन के साथ आगे आए हैं। जमाना वेब सीरीज का है। फिल्में ओटीटी पर रिलीज हो रही हैं। मुंबई की फिल्म सिटी तकनीकी रूप से उतनी मुफीद अब नहीं है, जितनी यूपी फिल्म सिटी होगी। राजू कहते हैं कि हम मुंबई और यूपी के बीच पाला नहीं खींच रहे। यह बॉलीवुड का एक्सटेंशन है।

फिल्मों के साथ जमीन पर दी जाएगी सब्सिडी : उत्तर प्रदेश फिल्म विकास परिषद के अध्यक्ष ने राजू श्रीवास्तव बताया कि अभी यूपी में फिल्मों के निर्माण पर सब्सिडी दी जाती है। यूपी में शूटिंग और हिंदी में फिल्म हो तो कुल लागत की 25 फीसद सब्सिडी, जबकि यूपी में शूटिंग स्थानीय अवधी, भोजपुरी आदि भाषा की फिल्म की हो तो पचास फीसद सब्सिडी दी जाती है। वह जोड़ते हैं कि पहले फिल्म सिटी की घोषणा के बाद निर्माता बोनी कपूर सहित कई लोग आए। उनसे बात करने पर पता चला कि जमीन महंगी होने की वजह से लौट गए। अब भी मुख्यमंत्री से मांग की गई कि जमीन पर सब्सिडी दी जाए। इस पर सहमति दी गई है।

बाहुबली लेखक विजयेंद्र भी देंगे प्रस्ताव : अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संकल्प के साथ सिर्फ यूपी के कलाकार ही नहीं, सिने जगत के दिग्गज भी जुड़े हैं। बाहुबली फिल्म के लेखक विजयेंद्र प्रसाद ने हर संभव सहयोग के मदद की बात कही है। कहा है कि वह प्रस्ताव भी भेजेंगे। कला निर्देशक नितिन देसाई ने फिल्म इंस्टीट्यूट का सुझाव दिया। साथ ही सभी ने अपने-अपने सुझाव देने की बात कही है।

2023 में खड़ी होगी यूपी फिल्म इंडस्ट्री : फिल्म निर्देशक संघ के अध्यक्ष अशोक पंडित का कहना था कि निजी फिल्म स्टूडियो तो हैं, लेकिन मुंबई के बाद यूपी सरकार इकलौती है, जो इस दिशा में आगे आई है। उन्होंने भरोसा जताया है कि 2023 तक यूपी की फिल्म इंडस्ट्री बनकर तैयार हो जाएगी।

संस्कारित है यूपी, नहीं होंगे ड्रग जैसे मामले : मशहूर गायक उदित नारायण ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की खूब तारीफ की। उनके लिए गाना गया। कहा कि यूपी को जैसा सीएम चाहिए था, मिल गया। वहीं, बॉलीवुड के ड्रग मामले पर बोले कि यूपी में ऐसा नहीं होगा, क्योंकि यह संस्कारों की धरती है।

योगी जी की क्षमता पर भरोसा : फिल्म अभिनेता अनुपम खेर ने कहा कि आज का मौका उत्सव का है। योगी जी की क्षमता पर सभी को भरोसा है। यूपी की फिल्म सिटी यूपी में तो होगी, लेकिन पूरी दुनिया इसे अपना मानेगी। यह ताजमहल की तरह ही दुनिया भर को आकर्षित करने वाली हो।

पटकथा लेखन को भी प्रयास करें : अभिनेता व चेयरमैन नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा परेश रावल ने कहा कि योगी जी यह स्वप्न पूरा भी करेंगे, मुझे विश्वास है। फिल्म पटकथा लेखन को लेकर कोई प्रयास करें तो बहुत सहायता मिलेगी। यह रीजनल सिनेमा को भी पुनर्जीवन देने वाला आयाम सिद्ध होगा।

12 भारतीय भाषाओं के फिल्मोद्योग का महाद्वार बनेगी : अभिनेता मनोज जोशी का कहना था कि यह फिल्म सिटी पंजाबी, बंगाली, हिंदी, सहित 12 भारतीय भाषाओं के फिल्मोद्योग का महाद्वार होगी। आज ओटीटी प्लेटफार्म पर हिंदी पट्टी की कहानियां छाई हुई हैं। आज 70 फीसद टेक्नीशियन उत्तर प्रदेश के हैं। रंगकर्म में यूपी अत्यंत समृद्ध है।

योगी जी आदेश करें, हम दौड़ पड़ेंगे : गायक कैलाश खेर बोले कि आज जब योगी स्वयं नेतृत्व कर रहे हैं तो कोई भी कार्य असाध्य नहीं है। दुनिया में फिल्म सिटी के नाम पर लाखों किले खड़े हैं। लोगों ने 70 साल में क्या हाल कर दिया कि घिन आती है, शर्म आती है। नई दिशा में योगी जी आदेश करें, हम धावक हैं, दौड़ पड़ेंगे।

फिल्म जगत को मिलेगा नया विकल्प : निर्माता, निर्देशक एवं अभिनेता सतीश कौशिक ने कहा कि यूपी शूटिंग फ्रेंडली जगह रही है। मैंने बहुत काम किया है यहां। आज का दिन पूरी दुनिया के कला क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक है। योगी जी फिल्म जगत को एक नया विकल्प दे रहे हैं। यहां की फिल्म सिटी पूरी दुनिया को प्रभावित करेगी।

हिंदी पट्टी को 75 वर्ष से था इंतजार : गीतकार मनोज मुंतशिर बोले कि योगी जी ने करोड़ों प्रतिभाओं को पंख दे दिए। 75 वर्ष से हिंदी पट्टी इसका इंतजार कर रही थी। यूपी की भाषा तो दुनिया में फैल गई, लेकिन यूपी की कहानियां नहीं सुनाई गईं। अनुरोध है कि एक फिल्म इंस्टीट्यूट और म्यूजिक इंस्टीट्यूट की स्थापना पर भी विचार करें।

नई प्रतिभाओं को मिलेगा मंच : फिल्म निर्माता ओम राऊत ने कहा कि हम इस फिल्म सिटी में आर्टिस्ट, टेक्नीशियन आदि की ट्रेनिंग की व्यवस्था भी कर सकें तो बेहतर होगा। यहां विकास की बहुत संभावना है। यूपी की यह फिल्म सिटी नई प्रतिभाओं को मंच देने वाली होगी।

फिल्म उद्योग को मिलेगा नया आधार : फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री बोले कि योगी जी की अभिनव सोच और तत्परतापूर्ण क्रियान्वयन को प्रणाम। बहुत जरूरी और बहुप्रतीक्षित प्रयास है। हिंदी फिल्मोद्योग को एक नवीन आधार मिलेगा। ईश्वर आपके साथ हैं सर।

अंतरराष्ट्रीय फिल्म जगत को आकर्षित करेगा यूपी : कला निर्देशक नितिन देसाई का कहना था कि फिल्म केवल नृत्य-संगीत ही नहीं है। लाखों को रोजगार, अरबों का व्यापार, हुनर और हौसलों को सलाम भी है। जो प्रस्ताव यूपी का है, वह अंतरराष्ट्रीय फिल्म जगत को आकर्षित करने वाला है। हम हर संभव मदद को तैयार हैं।

एनिमेशन के लिए भी काम हो : निर्माता और सुपरस्टार रजनीकांत की बेटी सौंदर्या ने कहा कि भारत में अब भी एनिमेशन इंडस्ट्री नहीं है। आज की फिल्मों में इसका बड़ा असर है। मुख्यमंत्री योगी अगर इस दिशा में कोशिश हो तो बड़ी सुविधा होगी।

योगी जी में बहुत क्षमता है : बाहुबली फिल्म की पटकथा लिखने वाले मशहूर निर्देशक विजयेंद्र प्रसाद का कहना था कि योगी जी में बहुत क्षमता है। इन्होंने जो कार्य सोचा है, वह जरूर कर सकेंगे। मेरे योग्य कोई कार्य हो तो खुद को सौभाग्यशाली समझूंगा।

यूपी बनाम महाराष्ट्र न हो : निर्माता विनोद बच्चन ने कहा कि यूपी में फिल्म सिटी का सपना दशकों से है। इसके निर्माण में फिल्म जगत के विद्वान तकनीशियनों का सहयोग लेने से प्रोजेक्ट सफल होगा। मैंने अपनी फिल्मों में हमेशा यूपी को रिप्रेजेंट किया। बस, इस सपने को यूपी बनाम महाराष्ट्र न बनने दिया जाए।

लोकेशन बनकर न रह जाए यूपी : निर्माता-निर्देशक शैलेश सिंह बोले कि जेम्स कैमरन आज दुनिया की सबसे मंहगी फिल्म न्यूजीलैंड में बना रहे हैं। हमें समझना होगा कि फिल्म सिटी केवल बिल्डिंग या सेट्स की जगह प्रोवाइड करा देना भर नहीं होता। यह एक संस्कृति है। यूपी फिल्म सिटी केवल लोकेशन बनकर न रह जाए।

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