COVID-19 News Update: लखनऊ के नए कोविड प्रबंधन अधिकारी पहले ही दिन रहे नाकाम, नहीं उठाया फोन

रीज अस्पतालों में भर्ती होने व रेफरल लेटर पाने के लिए दिन भर परेशान रहे। मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। कोविड प्रबंधन अधिकारी बनाए गए अपर स्वास्थ्य निदेशक डा. जीएस बाजपेई का नंबर दिन भर डायवर्ट फारवर्डेड वेटिंग बताता रहा।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 03:42 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 07:34 PM (IST)
COVID-19 News Update: लखनऊ के नए कोविड प्रबंधन अधिकारी पहले ही दिन रहे नाकाम, नहीं उठाया फोन
लखनऊ में कोविड प्रबंधन अधिकारी का नहीं उठा फोन।

लखनऊ, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भले ही लखनऊ में कोरोना मरीजों की मुश्किलें आसान करने के लिए सीएमओ को ऊपर चार वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती कर दी हो, लेकिन वह भी मरीजों को भर्ती कराने व उनके दर्द को दूर कर पाने में पहले ही दिन नाकाम साबित हो रहे हैं। मरीज अस्पतालों में भर्ती होने व रेफरल लेटर पाने के लिए दिन भर परेशान रहे। मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। कोविड प्रबंधन अधिकारी बनाए गए अपर स्वास्थ्य निदेशक डा. जीएस बाजपेई का नंबर दिन भर डायवर्ट, फारवर्डेड वेटिंग बताता रहा। 

कई मरीजों ने दैनिक जागरण के माध्यम से भर्ती के लिए मदद की गुहार लगाई। इसके बाद जब जागरण संवाददाता ने अधिकारियों से संपर्क साधना शुरू किया तो कोई मरीजों को कहीं से कोई मदद नहीं मिल सकी। कोविड प्रबंधन अधिकारी बनाए गए डा. जीएस बाजपेई को कोविड मरीजों को भर्ती कराने व बेड उपलब्धता के बारे में जानने के लिए उन्हें सुबह से लेकर शाम तक करीब एक दर्जन बार कॉल किया, लेकिन कई बार रिंग जाने पर फोन नहीं उठा। वहीं कई बार नंबर फॉरवर्डेड, वेटिंग व व्यस्त बताता रहा। इसी तरह सीएमओ डा. संजय भटनागर ने छह बार फोन करने के बावजूद बात नहीं की। इसके बाद उन्होंने अपना नंबर बंद कर लिया। एलडीए सचिव पवन गंगवार को भी कई बार फोन व मैसेज किया। मगर कोई जवाब नहीं दिया। एसीएमओ डा. एमके सिंह ने भी कई बार फोन करने के बावजूद कोई जवाब नहीं दिया। अन्य अधिकारी भी पूरे दिन व्यस्त रहे। ऐसे में मदद की गुहार लगाने वाले मरीजों की उम्मीद टूटती रही। इनमें से कई को तत्काल वेंटिलेटर व आइसीयू में रखे जाने की जरूरत थी।

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