Corona effect in Lucknow: तीस हजार दुल्हों का टूटा दिल, फिर करना होगा नए मुहूर्त का इंतजार
वर्ष 2020 में जो नहीं मिल सके थे उन्होंने वर्ष 2021 में मिलने का वादा धूमधाम से किया था लेकिन इस बार भी कोरोना ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया। कई परिवारों ने गाइडलाइनों का पालन करते हुए शादियां की। इसके बाद भी करीब तीस हजार शादियां प्रभावित हुईं।
लखनऊ, [अंशू दीक्षित]। कोरोना ने कई घर जहां उजाड़े, वहीं कही दुल्हे और दुल्हनों के दिल को भी तोड़ने का काम किया है। वर्ष 2020 में जो नहीं मिल सके थे, उन्होंने वर्ष 2021 में मिलने का वादा धूमधाम से किया था, इस बार भी कोरोना ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया। ऐसे में कई परिवारों ने कोविड 19 की गाइडलाइनों का पालन करते हुए शादियां की। इसके बाद भी करीब तीस हजार शादियां लखनऊ में प्रभावित हो गई। अप्रैल से जुलाई 2021 के बीच 37 शुभ तिथियां थी। हर दिन सैकड़ों शादियां शहर में थी। मई माह ऐसा था, जिसमें शुभ दिन सबसे अधिक थे, अक्षय तृतीया (14 मई) को शहर में पांच से छह हजार शादियां थी। इनमें 95 फीसद रद्द हो गई है, सिर्फ पांच फीसद लोग कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए शादियां कर रहे हैं। इसके कारण लखनऊ विकास प्राधिकरण, आवास विकास प्राधिकरण सामुदायिक केंद्रों के साथ ही होटल, गेस्ट हाउस, लॉन की बुकिंग कोरोना के कारण रद्द हो गई हैं। उधर कुछ लोगों ने आगे की तिथियों में सहालग की तिथि मुकर्रर कराई है। ऐसे ही कुछ परिवारों से दैनिक जागरण के संवाददाता ने बात की।
इंदिरा नगर निवासी पीक शुक्ला का बेटा मैसूर स्थित डीआरएम कार्यालय में नौकरी करता है। इस बार मई में ही गोद भराई, बरिक्षा, तिलक, जनेऊ व शादी होनी थी। इसके लिए 19 मई से 24 अप्रैल के बीच सभी फंक्शन थे। अब कोरोना के कारण शादी निरस्त करनी पड़ी। शुक्ला ने इंदिरा नगर के एक गेस्ट हाउस संचालक से आगे की तिथि में जब शादी करने का आग्रह किया तो नवंबर दिसंबर में भी बुकिंग पहले से फुल है। ऐसे में वर्ष 2021 की नई तारीख तलाशी जा रही है।
एक निजी कंपनी में कार्यरत एनके मेहरोत्रा ने गोमती नगर के एक होटल में सारी व्यवस्था 14 मई के लिए कर रखी थी। बिटिया व बेटा दोनों बैंक में पीओ हैं। इसलिए शादी भी धूमधाम से करने का इरादा था। कोरोना से पूरी योजना पर पानी फेर दिया। फिलहाल शादी टाल दी गई और एडवांस का कुछ ही पैसा मिल पाया है, बाकी डूब गया है। अब कोरोना का प्रकोप शांत होने का इंतजार किया जा रहा है।
इन तिथियों में थी शादियां कुछ निकल गई तो कुछ बची :
'राजधानी में इस बार बंपर सहालग थी। वर्ष 2020 में जिनकी शादियां नहीं हो पायी थी, वह अप्रैल से जून के बीच कर रहे थे। राजधानी की बात करें तो एक एक दिन में एक टेंट वाले के पास चार से पांच शादियां आम थी। करीब तीस हजार शादियां जुलाई 2021 तक प्रभावित हुई हैं।' -सुरेंद्र कुमार, उपाध्यक्ष लखनऊ आदर्श टेंट एसोसिएशन
'बुकिंग का जो नियम है, उसी के हिसाब से लखनऊ विकास प्राधिकरण बुकिंग निरस्त करके रिफंड कर रहा है। अधिकांश तिथियां निरस्त हो चुकी हैं। डिमांड पर अगर आगे की तिथि खाली है तभी समायोजित हो पा रही है। पार्टी के सामने रिफंड का विकल्प है, लेकिन उसमें तय समय सीमा के हिसाब से कटौती का नियम है। उसी हिसाब से काम किया जा रहा है।' -पवन कुमार गंगवार, सचिव, लविप्रा