बाराबंकी में तीन डॉक्टरों पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज
बाराबंकी के निजी अस्पताल में युवक की मौत के मामले में पुलिस ने तीन डॉक्टरों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। नामजद तीनों चिकित्सक फरार हैं।
बाराबंकी, जेएनएन। निजी अस्पताल में युवक की मौत के मामले में पुलिस ने अस्पताल के तीन डॉक्टरों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। नामजद तीनों चिकित्सक फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है। जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के ग्राम गोपालपुर निवासी जितेंद्र यादव का 19 सितंबर को भर्ती कराकर पथरी का आपरेशन किया गया था। इनमें से एक डॉक्टर लखनऊ स्थित सहारा अस्पताल के बताए जा रहे हैं।
जितेंद्र के भाई धर्मेंद्र का आरोप है कि 15 सितंबर को कोतवाली नगर क्षेत्र के घोसियाना स्थित मिशन अस्पताल में जितेंद्र को पेट में तेज दर्द की शिकायत पर लाया गया था। यहां डॉ. एमए खान ने जांच के बाद पेट में पथरी की बात बताई थी। यही नहीं ऑपरेशन के नाम पर उससे 60 हजार रुपये जमा करा लिए गए थे। 19 सितंबर का आपेरशन के दिन चार यूनिट खून की व्यवस्था कराई गई, लेकिन चढ़ाया नहीं गया। 23 सितंबर (रविवार) को जितेंद्र की हालत अचानक बिगड़ी तो स्टॉफ ने बताया कि ऑक्सीजन की कमी है, लेकिन उपलब्ध न होने के कारण नहीं चढ़ सका। इसके नाम पर 15 हजार रुपये की मांग की गई। यही नहीं खून की कमी भी बताई गई, लेकिन रविवार होने के कारण चिकित्सकों के अभाव में खून नहीं चढ़ाया गया। इसी बीच उसके भाई की मौत हो गई। जिसके बाद सभी डॉक्टर व स्टॉफ भाग गए। रात में घटना के विरोध में मृतक के परिजन ने प्रदर्शन किया था।
पुलिस अधीक्षक वीपी श्रीवास्तव ने बताया कि मृतक के भाई धर्मेंद्र की तहरीर पर डॉ. एमए खान, डॉ. साजिद अंसारी और डॉ पांडेय पर मुकदमा दर्ज किया गया है। डॉ. पांडेय लखनऊ स्थित सहारा अस्पताल के बताए जा रहे हैं। पीएम रिपोर्ट से मामला स्पष्ट हो जाएगा। वहीं इसमें विशेषज्ञों की राय भी ली जा रही है।