Nagar Nigam Lucknow: नाले पर चल रहा था कार बाजार, नगर निगम ने लगाया 4.60 लाख का जुर्माना
लखनऊ के विकासनगर स्थित सपना क्लार्क-इन के सामने ढके नाले के ऊपर कार बाजार का संचालन हो रहा था। यहां कई कारों को सड़क घेरकर खड़ा किया गया था। नगर निगम ने कार संचालक से 4.60 लाख का जुर्माना लगाया है।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। सड़क घेरकर कार बाजार चलाने वालों पर नगर निगम डंडा चलाने जा रहा है। पूरे शहर में यह धंधा चल रहा है और फुटपाथ से लेकर सड़क घेरकर कारों को बेचने के लिए रखा जाता है। इसमे अधिकांश कारें पुरानी होती हैं, जो कम दामों में उपलब्ध होती है। विकासनगर स्थित सपना क्लार्क-इन के सामने ढके नाले के ऊपर कार बाजार का संचालन हो रहा था। यहां कई कारों को सड़क घेरकर खड़ा किया गया था। नगर निगम ने कार संचालक से 4.60 लाख का जुर्माना लगाया है।
इस कार्रवाई से अन्य कार बाजार का संचालन कर रहे लोगों में कार्रवाई कर डर सता रहा है। नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि सार्वजनिक जगहों को घेरकर कार बाजार का संचालन हो रहा है। इससे यातायात तो बाधित होता है, वहीं एक जगह पर कई-कई दिन कार खड़ी होने से वहां नियमित सफाई नहीं हो पाती है।
इसी तरह से रिंग रोड पर हनुमंत मार्बल द्वारा सड़क और फुटपाथ पर मार्बल एवं मार्बल के टुकड़े रखकर व्यापार किया जा रहा था, जिसे हटाने के साथ दस हजार का जुर्माना वसूला गया। इसी तरह विकासनगर में वाहन शो-रूम के बाहर भी गाडिय़ां खड़ी की जा रही थी। हालांकि यहां नगर निगम को कार्रवाई के दौरान विरोध झेलना पड़ गया। शो-रूम संचालकों का कहना था कि इससे पहले क्षतिपूर्ति नहीं वसूली गई और वाहन उनकी जमीन पर ही खड़े होते हैं लेकिन नगर निगम की जोनल अधिकारी-सात प्रज्ञा सिंह का कहना था कि मङ्क्षहद्रा एंड मङ्क्षहद्रा शो-रूम के चालीस वाहन सड़कों पर खड़े हो रहे हैं। जिसका नगर निगम क्षतिपूर्ति पूर्व से वसूल रहा है और जोनल अधिकारी ने 24 हजार की क्षतिपूर्ति की रसीद दे दी।
शो-रूम संचालक से संबंध के कारण अलीगंज वार्ड के पार्षद पृथ्वी गुप्ता कुछ पार्षदों को लेकर मङ्क्षहद्रा एंड मङ्क्षहद्रा शो-रूम के पास पहुंच गए और जोनल अधिकारी की कार्रवाई का विरोध करने लगे। पार्षद ने कहा कि मनमानी तरह से क्षतिपूर्ति वसूली जा रही है। विरोध के बीच ही जोनल अधिकारी ने उस जगह की नपाई की, जहां वाहन खड़े हो रहे थे। जोनल अधिकारी का कहना था कि वाहन सड़क व शो-रूम के बीच वाली पटरी पर खड़ा हो रहे थे, जो शो-रूम संचालक की नहीं है। इसलिए क्षतिपूर्ति का नोटिस दिया गया था। कार्रवाई के विरोध में पार्षद धरने पर बैठ गए और बिना नोटिस के शो-रूम सील करने का आरोप लगाया। हालांकि बाद में नगर निगम ने कार्रवाई स्थगित कर दी। जोनल अधिकारी का कहना है कि यह पता करेंगी कि पूर्व में कितना क्षतिपूर्ति वसूला गया था। यह मामला महापौर संयुक्ता भाटिया तक पहुंचा और उन्होंने नियमानुसार ही कार्यवाही का निर्देश दिया।