केजीएमयू में अत्‍याधुनिक रैन बसेरे की सुविधा शुरू, हर रोज 50 रुपये होगा शुल्क

केजीएमयू में कोरोड़ों की लागत से बना रैनबसेरा शुरू हो गया है। आधुनिक सुविधाओं से लैस रैनबसेरा में तीमारदार को हर रोज 50 रुपये शुल्क लगेगा। वहीं पांच मंजिला रैनबसेरा में अभी तीन मंजिलों तक ही ठहरने की व्यवस्था की गई है।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 05:30 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 05:30 PM (IST)
केजीएमयू में अत्‍याधुनिक रैन बसेरे की सुविधा शुरू, हर रोज 50 रुपये होगा शुल्क
केजीएमयू के पांच मंजिला आधुनिक रैन बसेरे की हुई शुरुआत, रुकने वालों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य।

लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू में कोरोड़ों की लागत से बना रैनबसेरा शुरू हो गया है। आधुनिक सुविधाओं से लैस रैनबसेरा में तीमारदार को हर रोज 50 रुपये शुल्क लगेगा। वहीं पांच मंजिला रैनबसेरा में अभी तीन मंजिलों तक ही ठहरने की व्यवस्था की गई है। केजीएमयू में दूर-दराज से तीमारदार इलाज के लिए आते हैं। वहीं हर वर्ष उन्हें ठंड में मुश्किलों का सामना करना पड़ता। काफी दिनों से बंद पड़ा रैन बसेरा शुरू कर दिया गया है। 

शताब्दी फेज-1 के पास बना रैनबसरा पांच मंजिला है। अभी तीन मंजिल तक तीमारदारों के ठहरने की व्यवस्था की गई, जब कि चतुर्थ व पांचवें तल पर लिफ्ट आदि मरम्मत का कार्य चल रहा है। सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार के मुताबिक रैनबसेरो की क्षमता 148 बेड की है। पहले चरण में 84 बेड तीमारदारों के लिए मुहैया करा दिए गए हैं। शेष का भी आवंटन जल्द शुरू किया जाएगा। मंगलवार को पहले दिन पांच तीमारदारों को बेड आंवटित किए गए।

सात दिन से ज्यादा तो 60 रुपये शुल्क

सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार के मुताबिक रैनबसेरा में एक तीमारदार का 24 घंटे का 50 रुपये शुल्क है। यह सात दिन तक लागू रहेगा। वहीं सात दिन से अधिक रुकने पर 60 रुपये रोज देना होगा। ऐसे ही कमरा लेने पर 300 रुपये रोज देने होंगे। सात दिन बाद हर रोज का 360 रुपये देय होंगे। रैन बसेरा में ठहरने के लिए कोरोना टेस्ट अनिवार्य होगा। इसके अलावा इंट्री के वक्त शरीर का तापमान भी मापा जाएगा।

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