Mukhtar Ansari Ambulance Case: मुख्तार अंसारी के तीन निजी सुरक्षाकर्मी गिरफ्तार, 25-25 हजार का था ईनाम
मुख्तार अंसारी की एंबुलेंस प्रकरण में पकड़े गए आरोपित गाजीपुर जिले के रहने वाले हैं। यह एंबुलेंस में चालक और मुख्तार के निजी सुरक्षाकर्मी बताए जाते हैं। न्यायालय में पेश किए गए तीनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया है।
बाराबंकी, संवादसूत्र। मुख्तार अंसारी की एंबुलेंस प्रकरण में वांछित चल रहे 25-25 हजार के ईनामी पांच आरोपितों में से तीन को कोतवाली नगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपित गाजीपुर जिले के रहने वाले हैं। यह एंबुलेंस में चालक और मुख्तार के निजी सुरक्षाकर्मी बताए जाते हैं। न्यायालय में पेश किए गए तीनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया है। प्रकरण में अभी दो ईनामी आरोपितों की गिरफ्तारी होनी बाकी है।
मऊ से बसपा विधायक मुख्तार अंसारी ने अपने निजी प्रयोग के लिए 2013 में फर्जी दस्तावेज के आधार पर एक एंबुलेंस एआरटीओ बाराबंकी में पंजीकृत कराई थी। पंजाब की रोपड़ जेल से पेशी पर जाते समय यह एंबुलेंस चर्चा में आई थी। एसपी यमुना प्रसाद ने दो अप्रैल को कोतवाली नगर में इसका मुकदमा कराया था।
एसपी ने बताया कि मंगलवार की सुबह बस स्टाप के पास से गाजीपुर जिले के मोहम्मदपुर थाना के मुहल्ला कसाई जफरपुर युसुफपुर के फिरोज कुरैशी, मंगल बाजार के शाहिद और मुहल्ला 57 दर्जी में रहने वाले सुरेंद्र शर्मा को गिरफ्तार किया है। वर्तमान में शाहिद सैदपुर बाजार मुहल्ला रोजा में रहता था।
निजी सुरक्षाकर्मी : पकड़े गए आरोपितों से एसटीएफ ने भी पूछताछ की। आरोपितों ने पुलिस को बताया कि यह लोग एंबुलेंस में मुख्तार के साथ चलते थे। यह लोग ही एंबुलेंस को पंजाब लेकर गए थे। यह चालक तो कभी अवैध शस्त्र लेकर निजी सुरक्षाकर्मी के तौर पर रहते थे।
इनकी हो चुकी है गिरफ्तारी : एसपी ने बताया कि प्रकरण में अब तक मऊ के संजीवनी हास्पिटल की संचालिका डा. अलका राय, उसके सहयोगी डा. शेषनाथ राय, आनंद यादव, राजनाथ यादव, मो. सैयद मुजाहिद, मो. जाफरी उर्फ शाहिद, सलीम को जेल भेजा चुका है जबकि मुख्तार बांदा जेल में निरुद्ध है। 25 हजार के ईनामी गाजीपुर के ही मोहम्मदपुर थाना के सदर रोड मोहम्मदाबाद का जफर उर्फ चंदा और महरूपुर का अफरोज खां उर्फ चुन्नू अभी पुलिस की पकड़ से दूर हैं।