Corona Virus: लखनऊ में संक्रमित मिलने वालों में ज्यादातर बाहरी, राजधानी में सक्रिय मरीजों की संख्या 130 से नीचे
जुलाई माह के आगाज से ही राजधानी में संक्रमण बहुत कम हो गया है। एक जुलाई से अब तक 20 से कम मरीज पाए जा रहे हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या भी 130 से नीचे आ गई है। मगर राजधानी में रोजाना मिलने वाले संक्रमितों की संख्या बढ़ी है।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। जुलाई माह के आगाज से ही राजधानी में संक्रमण बहुत कम हो गया है। एक जुलाई से अब तक 20 से कम मरीज पाए जा रहे हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या भी 130 से नीचे आ गई है। मगर अन्य जिलों की तुलना में राजधानी में रोजाना मिलने वाले संक्रमित मरीजों की संख्या दो से तीन गुना अधिक है। शुक्रवार को भी लखनऊ में 18 नए संक्रमित पाए गाए थे। वहीं शनिवार को 12 संक्रमित मिले। 10 को डिस्चार्ज किया गया। अब यहां कुल सक्रिय मरीज 123 हैं।
लखनऊ के बाद दूसरे नंबर पर सर्वाधिक 107 सक्रिय मरीज कुशीनगर में हैं। इसी तरह तीसरे नंबर पर प्रयागराज में 99 चौथे नंबर पर मैनपुरी में 73 व पांचवें नंबर पर मथुरा में 49 सक्रिय मरीज हैं। शनिवार की रिपोर्ट के मुताबिक अलीगढ़, चित्रकूट, हाथरस, कासगंज, महोबा व श्रावस्ती में अब एक भी कोरोना मरीज नहीं हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार शनिवार को लखनऊ में सर्वाधिक 12 नए संक्रमित मिले हैं। इसके बाद ऐसा कोई जनपद नहीं हैं, जहां छह से अधिक नए संक्रमित मिले हों।
इन जिलों में कोई नया संक्रमित नहीं: कुशीनगर, सीतापुर, सिद्धार्थनगर, सहारनपुर, कन्नौज, सोनभद्र, हरदोई, महराजगंज, अमेठी, मिर्जापुर, रामपुर, कानपुर देहात, मुरादाबाद, शाहजहांपुर, अंबेडकरनगर, अयोध्या, प्रतापगढ़, बंदायू, चंदौली, फर्रूखाबाद, फतेहपुर, फिरोजाबाद, हमीरपुर, झांसी, कौशांबी, मऊ, बस्ती, एटा, पीलीभीत, संतकबीरनगर बलिया, बलरामपुर, भदोही, शामली, अलीगढ़, चित्रकूट, हाथरस, कासगंज, महोबा, श्रावस्ती इत्यादि जनपदों में बीते 24 घंटे में कोई नए मरीज नहीं मिले। वहीं पूरे यूपी में 81 नए संक्रमित मिले हैं। लखनऊ में एक जुलाई से अब तक कोई मौत नहीं हुई है। एसीएमओ डा. एमके सिंह ने बताया कि लखनऊ में पिछले एक दो दिनों से 10 के ऊपर जो नए संक्रमित हैं, उनमें से कई बाहरी प्रदेशों से आए हैं, जिनकी जांच कराने पर रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्होंने बताया कि राजधानी में संक्रमण की स्थिति का पता लगाने के लिए पिछले हफ्ते फोकस टेस्टिंग में विभिन्न वर्गों के 27 हजार से अधिक लोगों की जांच की गई थी। मगर इसमें से सिर्फ दो लोग पॉजिटिव मिले थे।