बाहुबली MLA विजय मिश्रा व उनकी MLC पत्नी की बढ़ी मुश्किलें, आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज
विजिलेंस ने विधायक विजय मिश्रा और उनकी एमएलसी पत्नी रामलली मिश्रा के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया है। विजिलेंस ने खुली जांच में दंपती की वर्ष 2002 से 2017 तक की अवधि की आय व संपत्ति का ब्योरा खंगाला था।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश में भदोही के ज्ञानपुर से बाहुबली विधायक विजय मिश्रा की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। विजिलेंस ने विधायक विजय मिश्रा और उनकी एमएलसी पत्नी रामलली मिश्रा के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया है। यूपी सरकार के आदेश पर विजिलेंस ने प्रयागराज के हंडिया थाने में आरोपित दंपती के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराकर विवेचना शुरू की है। जल्द उन पर विजिलेंस का शिकंजा भी कसेगा। विधायक विजय मिश्रा वर्तमान में धोखाधड़ी के एक मामले में आगरा जेल में निरुद्ध हैं।
विजिलेंस ने विधायक विजय मिश्रा व उनकी एमएलसी पत्नी रामलली मिश्रा के विरुद्ध बीते दिनों खुली जांच की थी। सूत्रों का कहना है कि विजिलेंस ने खुली जांच में दंपती की वर्ष 2002 से 2017 तक की अवधि की आय व संपत्ति का ब्योरा खंगाला था। इस अवधि में दंपती की आय 2.32 करोड़ रुपये होनी चाहिए थी। इसके सापेक्ष इस अवधि में उनकी 23.81 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की संपत्तियां जुटाने के तथ्य सामने आए।
विजिलेंस ने साक्ष्य जुटाने के बाद शासन को अपनी रिपोर्ट भेजी थी और आरोपित दंपती के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराए जाने की अनुमति मांगी थी। शासन की हरी झंडी मिलने पर विजिलेंस ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में एफआइआर दर्ज कर अपनी पड़ताल तेज की है। विजिलेंस की जांच में विधायक विजय मिश्रा व उनकी एमएलसी पत्नी की और संपत्तियां सामने आने की उम्मीद है।
बता दें कि बीते दिनों भदोही में विधायक विजय मिश्रा के विरुद्ध उनके एक रिश्तेदार ने संपत्ति हड़पने के मामले में धोखाधड़ी व जान से मारने की धमकी देने समेत अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज कराई थी। इसी मामले में पुलिस ने आरोपित विधायक को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। विधायक विजय मिश्रा के विरुद्ध 70 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। ये मुकदमे भदोही, प्रयागराज समेत अलग-अलग जिलों में दर्ज हैं।
भदोही की ज्ञानपुर सीट से विजय मिश्रा चार बार से विधायक है। पहले तीन चुनावों में वह समाजवादी पार्टी के टिकट पर जीतता रहा है। विजय मिश्रा पर साल 2010 में तत्कालीन मायावती सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी पर रिमोट बम से हमला कराए जाने की साजिश रचने का मामला है। ज्यादातर मुकदमों में वह बरी हो चुका है।