मिशन प्रेरणा का यू-ट्यूब चैनल प्राइमरी स्‍कूलों के शिक्षकों व बच्चों के लिए बना गाइड, 6 लाख से अधिक कंटेंट अपलोड

कोरोना काल में मिशन प्रेरणा के तहत बेसिक शिक्षा विभाग ने ई पाठशाला शुरू की थी। अब मिशन प्रेरणा का यू-ट्यूब चैनल शिक्षकों व बच्चों के लिए गाइड का काम कर रहा है। इसमें विशेषज्ञों की ओर से तैयार किए गए उच्च गुणवत्ता के कंटेंट अपलोड किए गए हैं।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 07:49 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 07:51 PM (IST)
मिशन प्रेरणा का यू-ट्यूब चैनल प्राइमरी स्‍कूलों के शिक्षकों व बच्चों के लिए बना गाइड, 6 लाख से अधिक कंटेंट अपलोड
मिशन प्रेरणा का यू-ट्यूब चैनल प्राइमरी स्‍कूलों के शिक्षकों व बच्चों के लिए बना गाइड।

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों के बच्चों के लिए कोरोना काल में शुरू की गई ई-पाठशाला के लिए बनाए गए यू-ट्यूब चैनल पर शिक्षकों व बच्चों के लिए 6.15 लाख कंटेंट अपलोड किए हैं। उनमें से सिर्फ 1.03 लाख कंटेंट देखा जा सका है। विभाग का दावा है कि विद्यालयों की कक्षाओं के साथ छात्र-छात्राएं यू-ट्यूब, वाट्सएप, दूरदर्शन पर दिखाए जा रहे शैक्षिक कार्यक्रमों से सीख रहे हैं। शिक्षक कक्षाओं के साथ वाट्सएप ग्रुप पर भी छात्रों की दिक्कतों को दूर कर रहे हैं।

कोरोना संक्रमण काल में मिशन प्रेरणा के तहत बेसिक शिक्षा विभाग ने ई पाठशाला शुरू की थी। अब मिशन प्रेरणा का यू-ट्यूब चैनल शिक्षकों व बच्चों के लिए गाइड का काम कर रहा है। इसमें विशेषज्ञों की ओर से तैयार किए गए उच्च गुणवत्ता के कंटेंट अपलोड किए गए हैं। इससे शिक्षकों को भी काफी कंटेंट व पढ़ाने के नए तरीके आसानी से मिल जाते हैं।

निदेशक बेसिक शिक्षा डा. सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने बताया कि विभाग की ओर से कक्षा एक से आठ तक के छात्रों के लिए अब छह लाख से अधिक कंटेंट अपलोड किया जा चुका है। वहीं, दीक्षा पोर्टल के माध्यम से चार हजार से अधिक विडियोज व विजुअल शिक्षण सामग्री शिक्षकों को उपलब्ध कराई जा चुकी है। शिक्षण सामग्री के जरिए शिक्षक बच्चों को रुचिकर व प्रभावी तरीके से पढ़ा रहे हैं।

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को मिलेगा प्रशिक्षण : पूर्व प्राथमिक कक्षाओं के छात्रों को सिखाने के लिए विभाग ने यूनिसेफ के सहयोग से एक्टिविटी बेस्ड पुस्तिका पहल को विकसित किया है। इसके जरिए छोटे बच्चों को आसानी से अक्षर ज्ञान आदि सिखाया जा सकता है। विभाग की ओर प्रदेश के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर इस पुस्तक को उपलब्ध कराया जाएगा। अब 1.63 लाख आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

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