UP के पांच मेडिकल कॉलेजों में कोरोना लैब, दो में प्लाज्मा थैरेपी की शुरुआत : सुरेश खन्ना
लखनऊ चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने मंगलवार को किया उद्घाटन। बीएसएल लेवल टू की लैब में होगी कोरोना की और बेहतर जांच। सुरेश खन्ना ने कहा कि प्रदेश सरकार कोरोना से बचाव के लिए लोगों को हर संभव सुविधाएं देने में जुटी हुई है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के पांच निजी मेडिकल कॉलेजों में बॉयो सेफ्टी लैब (बीएसएल) लेवल टू की कोरोना जांच लैब और दो राजकीय मेडिकल कॉलेजों में प्लाज्मा थैरेपी की सुविधा शुरू की गई। मंगलवार को योजना भवन में एनआइसी के वीडियो कांफ्रेसिंग कक्ष से चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने इसका वर्चुअल उद्घाटन किया।
सुरेश खन्ना ने कहा कि प्रदेश सरकार कोरोना से बचाव के लिए लोगों को हर संभव सुविधाएं देने में जुटी हुई है। सबसे ज्यादा 2.16 करोड़ लोगों की कोरोना जांच प्रदेश में की जा चुकी हैं। लोगों की कोरोना से जान बचाने के लिए लगातार सुविधाओं को बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है।
उन्होंने राजकीय मेडिकल कॉलेज मेरठ और राजकीय मेडिकल कॉलेज झांसी में एफ्रेसिस मशीन का उद्घाटन किया, इसकी मदद से कोरोना संक्रमित मरीजों की प्लाज्मा थैरेपी की जाएगी। इस मशीन की मदद से कोरोना संक्रमण से ठीक हुए प्लाज्मादाताओं की एंटीबॉडी सुरक्षित रूप से निकालकर कोरोना मरीजों को चढ़ाया जाता है। केजीएमयू व संजय गांधी पीजीआइ समेत कई मेडिकल कॉलेजों में प्लाज्मा थैरेपी शुरू की जा चुकी है।
वहीं, जिन पांच निजी मेडिकल कॉलेजों में कोरोना की बीएसएल लेवल टू लैब का शुभारंभ किया गया, उसमें बरेली के श्रीराम मूर्ति स्मारक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज, राजश्री मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट, शाहजहांपुर में वरुन अर्जुन मेडिकल कॉलेज और कृष्ण मोहन मेडिकल कॉलेज मथुरा शामिल हैं। अब तक 45 राजकीय व निजी मेडिकल कॉलेजों में कोरोना लैब शुरू की जा चुकी है।