मंत्री चेतन चौहान ने दिया आश्वासन, बेरोजगार नहीं होगा कोई भी होमगार्ड, अच्छे से मनाएं दीपावली

होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संवेदनशील हैं। जरूर कोई रास्ता निकलेगा।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Tue, 15 Oct 2019 08:47 PM (IST) Updated:Wed, 16 Oct 2019 08:51 AM (IST)
मंत्री चेतन चौहान ने दिया आश्वासन, बेरोजगार नहीं होगा कोई भी होमगार्ड, अच्छे से मनाएं दीपावली
मंत्री चेतन चौहान ने दिया आश्वासन, बेरोजगार नहीं होगा कोई भी होमगार्ड, अच्छे से मनाएं दीपावली

लखनऊ, जेएनएन। पुलिस विभाग में 25 हजार होमगार्ड जवानों की ड्यूटी खत्म किये जाने के निर्णय के बाद होमगार्ड विभाग में जवानों की ड्यूटियों को लेकर मंथन शुरू हो गया है। होमगार्ड विभाग के मंत्री चेतन चौहान ने कहा कि किसी भी होमगार्ड को नहीं निकाला जाएगा, सभी अपनी दीपावली अच्छे से मनाएं। उन्होंने आश्वासन दिया कि कोई भी होमगार्ड बेरोजगार नहीं होगा।

चेतन चौहान का कहना है कि पुलिस में निर्धारित बजट के चलते ऐसा निर्णय लिया गया है। पुलिस विभाग में होमगार्ड स्वयंसेवकों को निर्धारित बजट में ड्यूटी दिलाने के लिए डीजीपी ओपी सिंह से बात की गई है। डीजीपी का कहना है कि वह इसका परीक्षण कराएंगे और बजट के अनुरूप होमगार्ड स्वयंसेवकों की ड्यूटी की व्यवस्था की जाएगी। मंत्री का कहना है कि वह होमगार्ड जवानों की पुलिस व अन्य संगठनों में ड्यूटी को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी वार्ता करेंगे।

मंत्री ने कहा कि हालांकि अभी पुलिस में 25 हजार जवानों की ड्यूटी समाप्त किये जाने का कोई औपचारिक पत्र उन्हें अथवा विभाग को नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि होमगार्ड जवानों की कोई नौकरी खत्म नहीं होगी। मंत्री का कहना है कि पहले की अपेक्षा में होमगार्ड जवानों को हर माह में करीब एक सप्ताह कम ड्यूटी मिलेगी।

सुप्रीम कोर्ट ने जुलाई में होमगार्ड स्वयंसेवकों का मानदेय पुलिसकर्मियों के समान किये जाने का आदेश दिया था, जिसके बाद शासन ने 23 सितंबर को होमगार्ड स्वयंसेवकों को प्रतिदिन 672 रुपये मानदेय दिये जाने का निर्देश जारी कर दिया था। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में करीब 99 हजार होमगार्ड स्वयंसेवक रजिस्टर्ड हैं, जिनमें करीब 92 हजार ड्यूटी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते दिनों होमगार्ड जवानों का मानदेय 375 रुपये प्रतिदिन से बढ़ाकर 500 रुपये प्रतिदिन करने की घोषणा की थी। जवानों को 500 रुपये मानदेय दिया जा रहा था, जो सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बढ़ाकर अब प्रतिदिन 672 रुपये कर दिया गया है। होमगार्ड स्वयंसेवकों के मानदेय में बढ़ोत्तरी से ही उनकी ड्यूटी कम होने का संकट सामने आया है।

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मांग के अनुरूप दी जाती हैं ड्यूटियां

डीजी होमगार्ड जीएल मीना का कहना है कि होमगार्ड स्वयंसेवकों को विभिन्न विभागों व प्रतिष्ठानों की मांग के अनुरूप ड्यूटियां प्रदान की जाती हैं। ड्यूटियां मांग के अनुसार घटती-बढ़ती रहती हैं। ड्यूटियां बढ़वाने का प्रयास किया जाएगा, ताकि स्वयंसेवकों को अधिक ड्यूटी दिलाई जा सके। होमगार्ड की ड्यूटी अब कंप्यूटर के जरिये लगती हैं, जिससे सबका रोटेशन बना रहता है।

25 हजार होमगार्ड जवानों की ड्यूटी समाप्त करने का निर्णय

बता दें कि पुलिस विभाग ने 25 हजार होमगार्ड जवानों की ड्यूटी समाप्त करने का निर्णय लिया था। थानों में पुलिस बल की कमी की वजह से पिछले दिनों होमगार्ड जवानों को कानून व्यवस्था की ड्यूटी में लगाने का निर्णय लिया गया था। इसके लिए होमगार्ड विभाग ने 25 हजार जवानों को पुलिस ड्यूटी के लिए दिया था, जो थानों से लेकर चौराहों पर ट्रैफिक तक संभाल रहे हैं। माना जा रहा है कि बीते दिनों सिपाहियों की भर्ती होने और होमगार्ड जवानों का मानदेय बढ़ाए जाने के बाद यह निर्णय लिया गया है। इस संबंध में अपर पुलिस महानिदेशक बीपी जोगदंड ने आदेश जारी कर दिए थे। होमगार्ड जवानों द्वारा दी गई सेवा के मानदेय का माहवार आकलन एक हफ्ते में करने को भी कहा गया है।

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