आइटीआइ के मेधावी करेंगे यूपी का नेतृत्व, विश्वस्तरीय प्रतियोगिता के लिए तैयार होंगे नौजवान
प्रदेश स्तर पर आइटीआइ के मेधावी युवाओं की पहचान कर विश्व स्तर पर होने वाली प्रतियोगिताओं की तैयारी की पहल प्रशिक्षण एवं सेवायोजन विभाग ने की है। निजी व सरकारी संस्थाओं के सहयोग से ऐसे होनहार युवाओं का चयन कर उनकी प्रतिभा को तराशने का कार्य शुरू हो चुका है।
लखनऊ, [जितेंद्र उपाध्याय] । कल्पनाओं की कोई सीमा नहीं होती और हुनर की कोई उम्र नहीं होती। बस उसे पहचान कर उसे तराशने की जरूरत होती है। प्रदेश स्तर पर ऐसे युवाओं की पहचान कर विश्व स्तर पर होने वाली प्रतियोगिताओं की तैयारी की पहल प्रशिक्षण एवं सेवायोजन विभाग ने की है। निजी व सरकारी संस्थाओं के सहयोग से ऐसे होनहार युवाओं का चयन कर उनकी प्रतिभा को तराशने का कार्य शुरू हो चुका है।
अगले वर्ष विदेश में होने वाले विश्व स्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेेने के लिए पहली बार प्रदेश के युवाओं का चयन किया जा रहा है। योग्यता के बजाय हुनर को तरजीह देकर 23 वर्ष तक के युवाओं का जिले और अब मंडल स्तर पर चयन होगा। प्रथम तीन स्थान पाने वाले हुनरमंद युवाओं का प्रदेश स्तर पर होने वाली प्रतियोगिता में चयन होगा। उनके बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता होगी। वहां चयन के बाद अगले वर्ष होने वाली प्रतियोगिता में चयनित युवा देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। प्रदेश के सभी राजकीय औद्योगिक संस्थाओं के प्रधानाचार्यों को को नोडल अधिकारी बनाया गया है।
चार ट्रडों में होगी प्रतियोगिताः विश्व स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चार ट्रेडों का चयन किया गया है। आटो मोबाइल, इलेक्ट्रिकल, फैशन टेक्नोलाजी और वेल्डिंग ट्रेड में होने वाली प्रतियोगिता के हर क्षत्र के एक युवक का चयन होगा जो देश का प्रतिनिधित्व करेगा। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में प्रतियोगिता में युवाओं का चयन किया जाएगा। प्लास्टिक इंजीनियरिंग की परीक्षा नादरगंज के सिपेट और आटोमोबाइल व वेल्डिंग की परीक्षा चिनहट के एक निजी संस्थान में होगी।
अपर निदेशक प्रशिक्षण नीरज कुमार ने बताया कि प्रदेश में रहने वाले युवाओं की तकनीक के विकास के लिए यह पहल की गई है। इससे न केवल उनके हुनर को नई दिशा मिलेगी बल्कि उन्हें आगे बढ़ऩे और खुद को परखने का अवसर भी मिलेगा।