लखनऊ : पोस्ट कोविड मरीजों में दूसरे मर्ज की दवाएं बेअसर, विशेषज्ञों ने कहा- मामले पर स्टडी की जरूरत
Lucknow Coronavirus News Update परिवार के अनुसार चार महीने पहले उनके घर के सभी पांच-छह सदस्य कोविड-19 पॉजिटिव हो गए थे। इस दौरान उन्हें खांसी-बुखार जुखाम दस्त इत्यादि की दिक्कतें हैं। कई जगह उन्होंने डॉक्टरों को दिखाया और इसका इलाज भी करा रहे हैं।
लखनऊ, [धर्मेंद्र मिश्रा]। कोरोना वायरस की चपेट में एक बार आकर उसके बाद संक्रमण मुक्त हो जाने पर भी इसके खतरे पूरी तरह से टल नहीं जाते। इस बीमारी से ठीक हो जाने के बाद भी मरीजों को भूख ना लगने, वजन कम होने, चक्कर आने, फेफड़े में संक्रमण व कमजोरी महसूस होने जैसी समस्याएं तो आम थीं, लेकिन कोरोना से ठीक हो चुके राजधानी के एक परिवार के अजीबोगरीब दावे ने डॉक्टरों को भी हैरत में डाल दिया है।
परिवार के अनुसार चार महीने पहले उनके घर के सभी पांच-छह सदस्य कोविड-19 पॉजिटिव हो गए थे। इस दौरान उन्हें खांसी-बुखार, जुखाम, दस्त इत्यादि की दिक्कतें हैं। कई जगह उन्होंने डॉक्टरों को दिखाया और इसका इलाज भी करा रहे हैं। परिवार का दावा है कि सारी दवाएं उन पर बेअसर साबित हो रही हैं। महानगर निवासी पूनम अग्रवाल के अनुसार उनका पूरा परिवार चार महीने पहले कोरोना की चपेट में आ गया था। सभी ठीक भी हो गए, लेकिन अब उन्हें कोई भी दूसरी बीमारी हो जाने पर दवाएं असर नहीं करती हैं।
सीटी स्कैन व एक्सरे से पता लगाना संभव
सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ एसके नंदा ने बताया कि हमारे यहां ऐसे मरीजों के लिए पोस्ट कोविड-19 क्लीनिक चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस का संक्रमण किसी भी व्यक्ति में एक बार हो जाने के बाद उसमें कमजोरी लंबे समय तक बनी रहती है। इस वजह से दूसरी बीमारियां भी उन्हें जल्दी गिरफ्त में ले रही हैं, लेकिन दवाएं बेअसर साबित होने का अभी तक कोई मामला हमारी क्लीनिक में नहीं आया है। अगर वह परिवार हमारे यहां आए तो उन सभी का सीटी स्कैन व एक्सरे करके जांच की जाएगी। उसके बाद ही उन्हें सही इलाज व उचित परामर्श दिया जा सकता है।
परिवार के दावे पर स्टडी की जरूरत
लोकबंधु अस्पताल में लंबे समय से कोरोना मरीजों की देखभाल कर रहे डॉक्टर संजीव कुमार कहते हैं कि परिवार का अगर ऐसा दावा है तो उसे खारिज नहीं किया जा सकता, लेकिन इस पर आगे जांच और स्टडी की जरूरत है। हालांकि कोविड से ठीक होने वाले सभी मरीजों को अगले दो माह तक मल्टीविटामिन, कैल्शियम, डी-3 इत्यादि लेते रहना चाहिए।
अभी तक नहीं आया ऐसा मामला
लोहिया संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डॉ विक्रम सिंह कहते हैं कि मेरे संज्ञान में अभी तक ऐसा मामला नहीं आया है, जिसमें पोस्ट कोविड मरीजों पर बाद में कोई भी दवा बेअसर साबित हो। अगर किसी परिवार को ऐसा लग रहा है तो उन्हें पोस्ट कोविड क्लीनिक में जाकर पहले अपनी सही से जांच करानी चाहिए और डॉक्टरों के परामर्श पर इलाज कराना चाहिए।