Medicine Scam: रायबरेली की लालगंज सीएचसी में कूड़े के ढेर में जलाई गई लाखों की दवाएं, सीएमओ व एसडीएम ने शुरू की जांच

रायबरेली के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालगंज में लाखों रुपये कीमत की दवाएं जलाकर खाक करने का मामला प्रकाश में आया है। सीएमओ और एसडीएम ने मामले की जानकारी ली। साथ ही जांच भी शुरू कर दी है। पता चला है कि ये दवाएं बंटने के लिए आई थीं।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 01:32 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 05:19 PM (IST)
Medicine Scam: रायबरेली की लालगंज सीएचसी में कूड़े के ढेर में जलाई गई लाखों की दवाएं, सीएमओ व एसडीएम ने शुरू की जांच
रायबरेली की लालगंज सीएचसी में मिली जली हुई दवाएं।

रायबरेली, संवाद सूत्र। मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालगंज में लाखों रुपये कीमत की दवाएं जलाकर खाक करने का मामला प्रकाश में आया है। सीएमओ और एसडीएम ने मामले की जानकारी ली। साथ ही जांच भी शुरू कर दी है। पता चला है कि ये दवाएं बंटने के लिए आई थीं, लेकिन वितरण न कर उन्हें रख लिया गया था। अब कमियों को छुपाने के लिए जला दिया गया।

यह है मामला: बताया गया कि 30 सितंबर को सीएचसी लालगंज का लखनऊ मुख्यालय से आने वाली उच्चस्तरीय जांच टीम द्वारा निरीक्षण किया जाना है। इसी को लेकर अस्पताल की बदहाल व्यवस्थाओं को छिपाने के लिए साफ सफाई आदि का कार्य किया जा रहा है। कमियां छुपाने के लिए बड़ी संख्या में वह दवाएं, जिनकी अभी एक्सपायरी डेट दो से चार महीने तक बाकी है, उन्हें अस्पताल के पिछले हिस्से में बनाए गए गड्ढे में डालकर जलाया जा रहा था। सूचना मिली तो उपजिलाधिकारी विजय कुमार, नायब तहसीलदार चंद्र प्रकाश पांडेय वहां पर पहुंच गए।भाजपा नेता रमेश सिंह ने मामले की जानकारी जिलाधिकारी व सीएमओ को भी दी। एसडीएम ने मातहत कर्मचारियों को लगाकर जलने से बची दवाओं को बाहर निकलवाया और उन्हें बोरो में भरवाया। एसडीएम ने भी इसकी जानकारी जिलाधिकारी को फोन पर दी। मौके पर बुलाए गए सीएचसी अधीक्षक डा.राजीव गौतम पहले तो एसडीएम व डीएम को एक्सपायरी डेट की दवाएं जलवाए जाने की बात कहकर गुमराह करते रहे, लेकिन एसडीएम द्वारा दवाओ के रैपर पर लिखी एक्सपायरी तिथि दिखाते हुए जब झूठ बोलने पर नाराजगी जताई तो उन्होंने कहा कि दवाएं जलाए जाने की बात उनके संज्ञान में ही नही थीं।

एसडीएम ने कहा कि वे अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी के भेजेंगे।अस्पताल पहुंचे सीएमओ समेत अपर मुख्य चिकित्साधिकारी प्रशासन डा.अंशुमान सिंह व जिला स्वास्थ्य शिक्षाधिकारी अनिल कुमार पांडेय ने भी मौके पर पड़ी दवाओं को कब्जे में लेकर उनकी एक्सपायरी तिथि देखी।अधिकारियों ने स्टाक रजिस्टर से दवाओं का मिलान कराते हुए अन्य अभिलेखों की जांच भी शुरू की है। सीएमओ ने कहा कि जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नही जाएगा।

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