मेडिकल छात्रा की मौत में आरोपितों की अग्रिम जमानत याचिका खारिज

-केजीएमयू की मेडिकल छात्रा का शव गोमती में मिलने का मामला -आरोपितों के घरवाले कर रहे हाई कोर्ट में अपील

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 01:52 AM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 01:52 AM (IST)
मेडिकल छात्रा की मौत में आरोपितों की अग्रिम जमानत याचिका खारिज
मेडिकल छात्रा की मौत में आरोपितों की अग्रिम जमानत याचिका खारिज

लखनऊ : किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) की बीएससी नर्सिग की छात्रा शिवाली श्रीवास्तव की मौत के मामले में जिला एवं सत्र न्यायालय ने सोमवार को आरोपितों की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी है। उधर, मृतका के घरवालों ने चौक पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि घटना के छह माह बाद भी पुलिस अब तक आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।

बीएससी नर्सिग में अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रही वृंदावन कॉलोनी निवसी शिवाली का शव पांच जून 2020 को गोमती बैराज पर नदी में मिला था। शिवाली के पिता उमेश चंद्र श्रीवास्तव ने उसके दोस्त अर्चित सक्सेना और रौनक वर्मा के अलावा एक अज्ञात के खिलाफ चौक कोतवाली में आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज कराया था। चौक पुलिस अब तक आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं कर सकी है। उधर, मुकदमे की जानकारी होते ही आरोपितों के घरवालों ने दोनों की अग्रिम जमानत अर्जी न्यायालय में दायर की थी। सूत्रों के मुताबिक दोनों आरोपितों के घरवाले अब हाईकोर्ट में अपील कर रहे हैं। पिता उमेश के मुताबिक बेटी चार जून की सुबह क्लास लेने के लिए घर से निकली थी। देर शाम को उसका फोन आया कि वह अपने दोस्त के यहां रुक गई है। इसके बाद न कुछ पता चला और न ही उसका फोन लगा। इसके बाद चौक कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई। पांच जून को बेटी का शव गोमती में मिला। सीओ चौक आइपी सिंह ने बताया कि अर्चित व रौनक वर्मा के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में मुकदमा दर्ज है। वहीं, शिवाली की विसरा रिपोर्ट फोरेंसिक जांच के लिए भेजी गई है। रिपोर्ट का इंतजार है। साथ ही कई बिंदुओं पर मामले की जांच की जा रही है। मोबाइल, गाड़ी के पेपर व बैग अब तक नहीं खोज पाई पुलिस

उमेश का आरोप है कि बैकुंठ धाम के पास बेटी की स्कूटी खड़ी मिली थी और चाभी गायब थी। गाड़ी की डिग्गी तोड़ी गई तो उसमें हेलमेट मिला था। बेटी का मोबाइल, रेन कोट, बैग और अन्य सामान का पुलिस अबतक पता नहीं लगा सकी।

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