हर जिले में मेडिकल कालेज खोलने की राह पर योगी आदित्यनाथ सरकार, आज नौ का तोहफा देंगे पीएम मोदी

Medical Infrastructure in UP मेडिकल हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश को देश में सिरमौर बनाने में जुटे सीएम योगी आदित्यनाथ के इस क्रांतिकारी प्रयास से एक ही दिन में एमबीबीएस की 900 सीटों की सौगात मिलने जा रही है

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 04:57 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 07:03 AM (IST)
हर जिले में मेडिकल कालेज खोलने की राह पर योगी आदित्यनाथ सरकार, आज नौ का तोहफा देंगे पीएम मोदी
पीएम मोदी और सीएम योगी ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने का काम किया

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार का प्रयास प्रदेश के सभी 75 जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलने का है। मुख्यमंत्री प्रदेश के सभी 75 जिलों में मेडिकल कॉलेज की स्थापना का संकल्प कई बार दोहरा चुके हैं। उनका यह संकल्प तेजी से पूरा होता दिखाई भी दे रहा है। पीएम नरेन्द्र मोदी सोमवार को इस अभियान को गति देंगे।

मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में उत्तर प्रदेश देश के अन्य राज्यों के लिए मिसाल बन गया है। मेडिकल हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश को देश में सिरमौर बनाने में जुटे सीएम योगी आदित्यनाथ के इस क्रांतिकारी प्रयास से एक ही दिन में एमबीबीएस की 900 सीटों की सौगात मिलने जा रही है। 25 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सिद्धार्थनगर से सिद्धार्थनगर, देवरिया, एटा, हरदोई, गाजीपुर, मिर्जापुर, प्रतापगढ़, फतेहपुर और जौनपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन करेंगे। प्रदेश में 59 जिलों में मेडिकल कॉलेज बन चुके हैं या बन रहे हैं या प्रक्रियाधीन हैं। शेष 16 जिलों के लिए पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेजों की प्रक्रिया पर भी काम चल रहा है। प्रदेश में 2017 से पहले प्रदेश में गिनती में दर्जन भर मेडिकल कॉलेज थे और सिर्फ साढ़े चार सालों में नए मेडिकल कॉलेजों से यूपी नया रिकॉर्ड बनाने की राह पर है।

कोरोना संक्रमण काल में जिस तरह से पीएम मोदी और सीएम योगी ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने का काम किया, यह उसी का नतीजा है। जिन जिन जिलों में मेडिकल कॉलेज की शुरुआत होगी वहां आने वाले दिनों में इसका बड़े पैमाने पर लाभ लोगों को मिलेगा। 14 जिलों में मेडिकल कालेज शुरू करने पर काम शुरू पिछड़े जिलों में गुणवत्तापूर्ण उपचार उपलब्ध कराने के लिए कानपुर देहात, कौशांबी, चंदौली, बुलंदशहर, जालौन, कुशीनगर, गोंडा, पीलीभीत, बिजनौर, लखीमपुर खीरी, सुल्तानपुर, ललितपुर, सोनभद्र सहित 14 जिलों में मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का काम शुरू हो गया।

भगवान महात्मा बुद्ध की क्रीड़ास्थली सिद्धार्थनगर से योगी आदित्यनाथ सरकार सोमवार को नया कीर्तिमान स्थापित करने जा रही है। इस दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों सिद्धार्थनगर समेत नौ नए राजकीय मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सिद्धार्थनगर जिले में बीएसए ग्राउंड में बने पंडाल से सिद्धार्थनगर समेत नौ मेडिकल कॉलेजों का वर्चुअल उदघाटन करेंगे। सभी मेडिकल कॉलेजों में इसी सत्र से नीट के जरिये एमबीबीएस की सौ-सौ सीटों पर प्रवेश भी शुरू हो जाएगा। एक दिन में शायद ऐसा करने वाला उत्तर प्रदेश देश का इकलौता राज्य होगा।

टूरिज्म के साथ मेडिकल एजुकेशन में भी अव्वल होने की राह पर उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश आने वाले समय में मेडिकल एजुकेशन के साथ टूरिज्म के मामले में अव्वल बन सकता है। राज्य में लगातार स्वास्थ्य शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है। नए मेडिकल खुलने के साथ ही राज्य में डॉक्टर बनने का सपना देख रहे युवाओं के लिए अवसर भी बढ़ेंगे। 25 अक्टूबर को पीएम नरेन्द्र मोदी प्रदेश के नौ मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन करेंगे। इनमें एमबीबीएस के 900 सीटों में इजाफा होगा। वर्तमान में प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 2,928 सीटें हैं और इन कॉलेजों की 900 सीटों के शामिल होके बाद राज्य में अब एमबीबीएस की 3,828 सीटें हो जाएंगी। इन सभी कॉलेजों में अगले सत्र से एडमिशन शुरू हो जाएंगे।

चार मेडिकल कॉलेजों का नामकरण

सरकार के चिकित्सा शिक्षा विभाग ने बिजनौर में मेडिकल कॉलेज का नाम महात्मा विदुर मेडिकल कॉलेज, फतेहपुर मेडिकल कॉलेज के नाम अमर शहीद जोधा सिंह अटैया ठाकुर दरियाव सिंह मेडिकल कॉलेज, चंदौली मेडिकल कॉलेज का नाम बाबा कीनाराम मेडिकल कॉलेज और सिद्धार्थनगर मेडिकल कॉलेज के नाम पर माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज रखा है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने 16 अक्टूबर को नवनिर्मित माधव प्रसाद त्रिपाठी राजकीय स्वायत मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया था। इससे पहले 2019 में, उन्होंने सिद्धार्थनगर में एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना की घोषणा की थी। 100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत निर्मित, मेडिकल कॉलेज का नाम माधव प्रसाद त्रिपाठी उर्फ माधव बाबू के नाम पर रखा गया है, जो एक लोकप्रिय सेनानी, राजनेता और उत्तर प्रदेश भाजपा के पहले अध्यक्ष थे। वह भाजपा ने जनसंघ की स्थापना के समय से जुड़े थे। सिद्धार्थनगर मेडिकल कॉलेज से बलरामपुर, महराजगंज और यहां तक कि नेपाल के पड़ोसी जिलों जैसे जिलों के लोगों को बेहतरीन चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी। 

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