Mass Religion Conversion: उमर गौतम और जहांगीर कासमी सात दिन की UP ATS की रिमांड पर, सामने आ सकते हैं और मामले
Mass Religion Conversion उत्तर प्रदेश एटीएस को मंगलवार को गरीब महिलाओं के साथ मूक-मधिर गरीब बच्चों तथा अन्य हजार से अधिक लोगों का मतांतरण कराने के आरोपित मोहम्मद उमर गौतम तथा मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी की सात दिन की रिमांड मिल गई है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में हजार से अधिक लोगों का मतांतरण कराने वाले दोनों आरोपितों की रिमांड उत्तर प्रदेश एटीएस को मिल गई है। उत्तर प्रदेश एटीएस ने सोमवार को मोहम्मद उमर गौतम तथा मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी को लखनऊ से गिरफ्तार किया था।
उत्तर प्रदेश एटीएस को मंगलवार को गरीब महिलाओं के साथ मूक-मधिर गरीब बच्चों तथा अन्य हजार से अधिक लोगों का मतांतरण कराने के आरोपित मोहम्मद उमर गौतम तथा मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी की सात दिन की रिमांड मिल गई है। उत्तर प्रदेश एटीएस ने एक ऐसे रैकेट का भंडाफोड़ किया था जिसमें अन्य धर्मों से संबंधित काफी गरीब व्यक्तियों और बच्चों के बोलने और सुनने की अक्षमता वाले बच्चों का इस्लाम में अवैध मतांतरण कराया जाता था।
उमर गौतम तथा जहांगीर कासमी को उत्तर प्रदेश एटीएस ने सोमवार को एसीजेएम सत्यवीर सिंह की कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में तीन जुलाई तक के लिए जेल भेज दिया गया। इसके बाद विवेचक ने कोर्ट में दोनों आरोपितों की पुलिस रिमांड मंजूर करने का प्रार्थनापत्र भी दाखिल किया। विवेचक के प्रार्थना पत्र पर मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सुनवाई की गई और दोनों की सात दिन की रिमांड मजूर कर ली गई।
उत्तर प्रदेश एटीएस इनको गुप्त स्थान पर रखकर पूछताछ का अपना अभियान भी शुरू करेगा। इनके खिलाफ सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत भी कार्रवाई होगी। इनके संगठित गिरोह के उत्तर प्रदेश के साथ ही अन्य राज्यों में भी वृहत रूप से मतांतरण के काम के साक्ष्य मिलने के बाद से अब मामले की जांच एनआइए को भी सौंपी जा सकती है। एनआइए अन्य राज्यों में भी इनके कृत्य के बारे में पड़ताल कर सकती है।