बहराइच में चक्रवाती तूफान से भारी तबाही-पेड़ और मकान गिरे, बिजली गिरने से किसान की मौत
बहराइच के कतर्निया वन्य जीव प्रभाग में मंगलवार की शाम को अचानक चक्रवाती तूफान ने जंगल व आबादी क्षेत्र में भारी तबाही मचाई थी। तूफान के दौरान चमक और गरज के बीच आकाशीय बिजली गिर गई जिसकी जद में आकर खेत में काम कर रहे किसान की मौत हो गई।
बहराइच, संवाद सूत्र। कतर्निया वन्य जीव प्रभाग में मंगलवार की शाम को अचानक चक्रवाती तूफान ने जंगल व आबादी क्षेत्र में भारी तबाही मचाई। थाना सुजौली क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत जंगल गुलरिया के धर्मपुर रेतिया गांव में तूफान के दौरान चमक और गरज के बीच आकाशीय बिजली गिर गई, जिसकी जद में आकर खेत काम कर रहे युवा किसान दीनबंधु की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। किसान की मौत की खबर से परिवारजन में कोहराम मच गया। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शिवकुमार निषाद ने बताया कि किसान की मौत आकाशीय बिजली की चपेट में आने से हुई है। घटना की जानकारी तहसील प्रशासन को दी गई है। उप जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि सूचना मिली। जांच कराकर अहेतुक सहायता दिलाई जाएगी।
तेज आंधी में बाल-बाल बचे एसएसबी जवान : बिछिया में तेज आंधी व बारिश ने 70 वीं वाहिनी के निशानगाड़ा परिसर में चार अलग-अलग स्थानों पर पेड़ गिरने से एनसीओ बैरक, जवान बैरक, सोलर वाटर हीटर, मुख्यद्वार सहित सरकारी संपति का भारी नुकसान हुआ है। एसएसबी की सीमा चौकी धर्मापुर में पेड़ गिरने से लगभग 20 मीटर तार फेंसिंग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। घटना में किसी जवान, गोला बारूद का कोई नुकसान नहीं हुआ है।
बिछिया-मिहीपुरवा मार्ग पर गिरे दर्जनों पेड़, दर्जन मकान भी ढहे : आधे घंटे चले तेज हवा में मिहीपुरवा-बिछिया मार्ग पर जंगल के कीमती साखू, सागौन समेत कई अन्य प्रजाति के दर्जनों पेड़ टूट कर या उखड़कर सड़क पर गिर गए, जिसके चलते आवागमन पूरी तरह प्रभावित रहा। थाना सुजौली क्षेत्र के ग्रामीण किसी कार्य के चलते बहराइच, मिहींपुरवा, नानपारा या किसी अन्य जगह गए हुए थे, वो लोग तूफान के कारण फंसे रहे।
जंगल में फंसे कारीकोट के श्रवण नायक ने बताया कि तूफान के दौरान वह जंगल के बीच सड़क पर सफर कर रहा था। किसी तरह जान बचाई। तूफान का असर थाना सुजौली क्षेत्र के चफरिया, कारीकोट, आंबा, बर्दिया, मटेही, जंगल गुलरिया, चहलवा आदि गांवों में भी रहा। जहां सैकड़ाें पेड़ टूटकर गिरे। ग्राम पंचायत चगलवा की मीरादेवी, विश्राम चौहान, राम इकबाल, दीपू मिश्र, संजय सिंह, रामबहादुर निषाद आदि के कच्चे व पक्के मकान पेड़ों की जद में आकर ढहे हैं। चहलवा के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि प्रीतम निषाद ने बताया कि अंधेरा होने के कारण गांवों में और लोगों के यहां हुए नुकसान का आकलन नहीं हो पा रहा है।