लखनऊ नगर न‍िगम : 15 करोड़ में खरीदे गए थे 220 वाहन, बीच सड़क खड़े हो गए दर्जनभर

गाडिय़ों में खराबी की शिकायतें आ रही हैं जिसे ठीक किया जा रहा है। अब यहां सवाल ये खड़ा हो रहा है कि नगर निगम ने बिना प्रशिक्षण के ही चालकों को वाहन की कमान क्यों सौंप दी या फिर वाहन में ही कोई तकनीकी कमी है।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Tue, 20 Oct 2020 09:59 AM (IST) Updated:Tue, 20 Oct 2020 01:24 PM (IST)
लखनऊ नगर न‍िगम : 15 करोड़ में खरीदे गए थे 220 वाहन, बीच सड़क खड़े हो गए दर्जनभर
बी-एस 6 श्रेणी के ये वाहन एक बड़ी कंपनी के हैं,

लखनऊ, (अजय श्रीवास्तव)। घरों से कूड़ा उठाने के लिए बुधवार को 220 नए वाहनों को नगर निगम द्वारा सड़कों पर दौड़ाया गया था, लेकिन चार दिन में ही ये वाहन हांफने लगे हैं। अभी करीब दर्जनभर वाहनों की मरम्मत हो रही है, जो बीच सड़क पर खड़े हो गए थे। बी-एस 6 श्रेणी के ये वाहन तो एक बड़ी कंपनी के हैं, लेकिन उनमें कुछ बदलाव नगर निगम को आपूर्ति करने वाली कंपनी ने किए हैं। अब कंपनी सफाई दे रही है कि चालक प्रशिक्षित नहीं थे। इस कारण गाडिय़ों में खराबी की शिकायतें आ रही हैं, जिसे ठीक किया जा रहा है। अब यहां सवाल ये खड़ा हो रहा है कि नगर निगम ने बिना प्रशिक्षण के ही चालकों को वाहन की कमान क्यों सौंप दी या फिर वाहन में ही कोई तकनीकी कमी है, जिस कारण वह कुछ दूर दौड़ाने पर ही हांफने लग रहे हैं।

क्लच प्लेट में दिक्कत

चालकों का कहना है कि वाहन की क्लच प्लेट भी फंस रही है और जाम हो जा रही है। समय रहते वाहनों में सुधार या फिर चालकों को प्रशिक्षित नहीं किया गया तो पंद्रह करोड़ की लागत से खरीदे गए ये वाहन कुछ समय बाद कूड़ा उठाने के बजाय खुद ही 'कूड़ा' हो जाएंगे, जैसे पूर्व में खरीदे गए वाहनों की हुई थी।

शासन ने दिया था बजट

शहर में कूड़ा प्रबंधन का काम देख रही मेसर्स ईको ग्रीन को कूड़ा उठान और परिवहन शुल्क का बकाया लेना है और उसकी यह मांग लंबे समय से चल रही है। शासन के साथ बैठक में तय किया गया था कि बकाया रकम से कूड़ा प्रबंधन के संसाधन जुटाए जाएंगे। इसलिए शासन ने 220 वाहनों को खरीदने के लिए 15 करोड़ की मंजूरी दी थी। इसमें तय हुआ था कि वाहनों का संचालन मेसर्स ईको ग्रीन करेगी लेकिन वाहनों पर मालिकाना हक नगर निगम का होगा।

नगर विकास मंत्री ने दिखाई थी हरी झंडी

नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन 'गोपाल' ने बुधवार को हरी झंडी दिखाकर इन वाहनों को रवाना किया था। दावा था कि इन वाहनों में चार तरह के कूड़ा रखने की व्यवस्था है। इन वाहनों में जागरूकता के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम और जीपीएस सुविधा भी है।

'एक दर्जन वाहनों में खराबी की शिकायत आई है। इन्हें ठीक किया जा रहा है। अभी तक चालक बीएस-4 के वाहन चलाते थे और अब इन्हें बीएस-6 के वाहन मिले हैं। इससे कुछ परेशानी आ रही है। यह भी पता किया जा रहा है कि वाहनों में कोई कमी तो नहीं है। कंपनी के इंजीनियर इसे पता कर रहे हैं। जल्द ही चालकों का प्रशिक्षण शिविर लगाया जाएगा।  -पंकज भूषण, पर्यावरण अभियंता, नगर निगम 

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