एलडीए मेंं प्लाट घोटाला : पचास फाइलों का राज खुलना शुरू, कई फाइलें मिली
लखनऊ विकास प्राधिकरण के सिस्टम इक्जीक्यूटिव एसबी भटनागर ने गोमती नगर के वास्तु खंड में छह प्लाटों का घोटाला सामने आने के बाद पचास संपत्तियों का ब्योरा सौंपते हुए सवाल खड़े कर दिए गए थे कि इन संपत्तियों का ब्योरा उनके यहां से दर्ज नहीं हुआ है।
लखनऊ, जेएनएन। एलडीए की छवि धूमिल करने वाली पचास संपत्तियों का राज खुलना शुरू हो गया है। इनमें कई फाइल अफसरों ने खोजने के बाद अपने पास रख ली है, अन्य फाइलों की तलाश जारी है। अब एलडीए की जांच टीम इस काम में लगी है कि जिन बाबुओं की आइडी का इस्तेमाल करके संपत्तियों का ब्योरा दर्ज किया गया, उनकी भूमिका है या अन्य लाेग इसमें लिप्त है। एलडीए सचिव पंकज गंगवार ने पूरे मामले को लेकर संयुक्त सचिव ऋुत सुहास से सोमवार को रिपोर्ट ली। एलडीए सचिव ने बताया कि तह तक जाने के लिए साइबर एक्सपर्ट भी मदद कर रह रहे हैं, जरूरत पड़ने पर सर्विस प्राेवाइडर टेलीकॉम कंपनियों से भी मदद ली जाएगी।
लखनऊ विकास प्राधिकरण के सिस्टम इक्जीक्यूटिव एसबी भटनागर ने गोमती नगर के वास्तु खंड में छह प्लाटों का घोटाला सामने आने के बाद पचास संपत्तियों का ब्योरा सौंपते हुए सवाल खड़े कर दिए गए थे कि इन संपत्तियों का ब्योरा उनके यहां से दर्ज नहीं हुआ है। इन संपत्तियों को ओटीपी बाइपास करके दर्ज किया गया है। मामले की छानबीन साइबर एक्सपर्ट एसीपी विवेक रंजन कर रहे हैं। चार सदस्यीय टीम इसी सप्ताह पूरे मामले का खुलासा कर सकता है। पचास संपत्तियों में सेक्टर पी अलीगंज, विकल्प खंड ट्रांसपोर्ट नगर, रजनी खंड, रत्नाकर खंड, रजनी खंड वैभव खंड, विभूति खंड, विनम्र खंड, विनीत खंड, विशेष खंड, कानपुर रोड की संपत्तियां हैं।
जनवरी 2018 की संपत्तियां का ब्योरा इसी सप्ताह
एलडीए सचिव पंकज गंगवार ने जनवरी 2018 से दो साल की उन संपत्तियों को ब्योरा सिस्टम इक्जीक्यूटिव से मांगा है जो नगर निगम को हस्तांरित हो चुकी है। इसमें भी दर्जनों संपत्तियों की फीडिंग में खेल होने की संभावना है। इसी सप्ताह इसकी रिपोर्ट मिलने की उम्मीद है।