लखनऊ में पुजारी की सिर कूचकर हत्या, मंदिर से करीब ढाई कुंतल के घंटे व अन्य सामान गायब
बीकेटी थाना क्षेत्र में शिवपुरी रोड पर पुजारी की हत्या की वारदात रणबाबा तीर्थस्थल पर हुई। तीर्थस्थल पर रहने वाला पुजारी फकीरेदास सुल्तानपुर जिले का रहने वाला बताया जाता है। शिवपुरी के ग्रामीणों के मुताबिक देवस्थान पर पुजारी 15 वर्षों से रहते थे।
लखनऊ, जेएनएन। बख्शी का तालाब में एक तीर्थस्थल पर देर रात वहां रहने वाले पुजारी की निर्मम हत्या कर दी गई। हत्या करने वालों ने देवस्थल के घंटे, दानपत्र की रकम तेल और अनाज भी लूट ले गये। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस जांच पड़ताल कर रही है। घटनास्थल पर एसपी ग्रामीण ह्यदेश कुमार,सीओ डॉ ह्यदेश कठेरिया पहुंचे। शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है।
बीकेटी थाना क्षेत्र में शिवपुरी रोड पर पुजारी की हत्या की वारदात रणबाबा तीर्थस्थल पर हुई। तीर्थस्थल पर रहने वाला पुजारी फकीरेदास सुल्तानपुर जिले का रहने वाला बताया जाता है। शिवपुरी के ग्रामीणों के मुताबिक देवस्थान पर पुजारी 15 वर्षों से रहते थे। एक वर्ष बीच में कहीं चले गये थे फिर वापस आकर रहने लगे। शिवपुरी निवासी कामता ने बताया पुर गांव का रहने वाला एक बाबा भी रहता था कठवारा गांव का बल्लेबाबा भी रहता था। पुजारी से पुर अक्सर झगड़ा होता था।
घटना के पीछे लूटपाट की बात सामने आ रही है। घटनास्थल पर पुजारी के पास रखे दानपात्र टूटा पड़ा था और उसमें से रुपये गायब मिले। परिसर में बने कमरे से अनाज तेल भी गायब मिले। पुजारी के सिर पर ईंट से कूंचने की वजह से गहरे चोट के निशान मिले हैं।
ग्रामीणों के मुताबिक देवस्थल पर लगे पेड़ पर करीब ढाई कुंतल तक घंटे घंटिया बंधी थी जो सुबह गायब मिले। आंशका जताई जा रही लूटपाट का विरोध करने पर बदमाशों पुजारी के सिर पर ईंट मारकर हत्या कर दी। पुजारी के शव के पास पड़ी ईंट के टुकड़े में खून लगा मिला। पुजारी के पास 115 रुपये भी पड़े मिले। घटना स्थल पर फोरेंसिक टीम और डाग स्क्वायड की टीम द्वारा जांच की गई। एसपी ग्रामीण ने बताया घटनास्थल को देखा गया पुजारी के सिर पर चोट के निशान हैं। घटना के संबंध में कुछ अहम सुराग मिले हैं। एसपी ने लूटपाट की घटना से इन्कार किया हैै।
बीकेटी में एक वर्ष पहले हुई थी कोहरा बाबा देव स्थल के पुजारी की हत्या
बीकेटी थाना क्षेत्र के रणबाबा देव स्थल की कुटी पर देर रात पुजारी फकीरे दास की निर्मम हत्या का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले बीकेटी थाना क्षेत्र के बराखेमपुर गांव से कुछ दूरी पर स्थित अकोहरा बाबा देव स्थल पर बीते वर्ष 10 फरवरी को वह के पुजारी अमरनाथ तिवारी की धारदार हथियार से गला काटकर नृशंस हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद कुछ दिनों तक जांच पड़ताल होती रही और पुलिस हत्यारों का पता लगाने का प्रयास करती रही। घटना का 1 वर्ष बीत जाने के बावजूद पुजारी हत्याकांड का पुलिस खुलासा नहीं कर सकी है।