लखनऊ में अब सड़कों पर नहीं आएगा मंडी का कूड़ा, खाद बनाने के लिए जल्द लगेगा प्लांट

मंडी का कूड़ा सड़कों पर इधर-उधर फैला न नजर आए इसके लिए अब ठोस तैयारियां शुरू हो गई हैं। मंडी प्रशासन कूड़ा निस्तारण के लिए एक प्लांट लगाने जा रहा है। इससे खाद बनाई जाएगी। इस वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट को इंस्टाल करने के लिए प्लेटफार्म बनाया जा रहा है।

By Vikas MishraEdited By: Publish:Fri, 06 Aug 2021 01:40 PM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 04:05 PM (IST)
लखनऊ में अब सड़कों पर नहीं आएगा मंडी का कूड़ा, खाद बनाने के लिए जल्द लगेगा प्लांट
प्लांट के लगने से मंडी की गंदगी में कमी आएगी और हरवक्त सड़क पर कूड़े का फैलाव इधर-उधर कम होगा।

लखनऊ, [नीरज मिश्र]। मंडी का कूड़ा सड़कों पर इधर-उधर फैला न नजर आए, इसके लिए अब ठोस तैयारियां शुरू हो गई हैं। मंडी प्रशासन कूड़ा निस्तारण के लिए एक प्लांट लगाने जा रहा है। इससे खाद बनाई जाएगी। आए हुए इस वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट को इंस्टाल करने के लिए प्लेटफार्म बनाया जा रहा है। सीतापुर नवीन मंडी स्थित रहतू बाजार में गेट नंबर तीन पर इसे लगाया जाएगा। इस प्लांट की कीमत करीब 45 लाख रुपये है। अगले माह तक यह प्लांट चालू हो जाएगा। अफसरों का कहना है कि प्रदेश की मंडियों में कूड़ा से खाद बनाए जाने वाला यह पहला प्लांट है। इससे काफी लाभ होने की उम्मीद है।

गंदगी से मिलेगी राहत, बनेगी खादः इस प्लांट के लगने से एक तो मंडी के आसपास की गंदगी में कमी आएगी। इसके अलावा हरवक्त सड़क पर कूड़े का फैलाव इधर-उधर कम हो जाएगा। यही नहीं, इस कूड़े का इस्तेमाल खाद बनाने के लिए किया जाएगा। 

मशीन के लिए सीतापुर मंडी के रहतू बाजार में तैयार हो रहा आधारः कूड़ा निस्तारण के लिए आई हुई मशीन के लिए मंडी में आधार बनाया जा रहा है। इसके बाद प्लेटफार्म तैयार किया जाएगा। कंक्रीट का बनाया जा रहा यह आधार मजबूत होने के बाद प्लांट लगाया जाएगा। अगले माह तक इसे शुरू करा दिया जाएगा। अगर सबकुछ ठीकठाक चला तो इस मशीन का उपयोग अन्य मंडियों में भी किया जाएगा।

प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित सीतापुर रोड नवीन मंडी के रहतू बाजार में यह मशीन लगने जा रही है। इससे कूड़ा निस्तारण में खासा लाभ मिलेगा। खाद बनाए जाने की तैयारी है। सबसे बड़ी बात यह है कि इससे मंडी को गंदगी से राहत मिलेगी। अगर यह मशीन सफल रही तो दुबग्गा स्थित नवीन फल और सब्जी मंडी में भी लगाए जाने की योजना है। इस्तेमाल के बाद अगर परिणाम बेहतर आए तो इसका और विस्तार करेंगे।  -संजय सिंह, सचिव मंडी

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