मौसम ने बिगाड़ा मल‍िहाबादी दशहरी का स्वाद, आंधी-पानी व ओलावृष्टि से 10 फीसद नुकसान का अनुमान

बागवान मुसर्रफ़ अली व कमलेश पांडेय का कहना है कि बारिश होने से सूख रहे बागों को राहत मिली है लेकिन आंधी और ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है। बारिश आम के लिए बहुत मुफीद है इस बारिश से आम का साइज बढ़ने के साथ उसके रंग रूप को भी निखरेगा।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 06:24 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 09:26 AM (IST)
मौसम ने बिगाड़ा मल‍िहाबादी दशहरी का स्वाद, आंधी-पानी व ओलावृष्टि से 10 फीसद नुकसान का अनुमान
विशेषज्ञ बोले नुकसान के साथ दाग होने से बागवानों को कम मिलेगा दाम।

लखनऊ, जेएनएन। मलिहाबाद की दशहरी का नाम आते ही जिस मिठास और खुशबू का एहसास होता है, उसका अनुभव तो इसके शौकीन ही कर सकते हैं। बुधवार की देर रात आई आंधी-पानी और ओलावृष्टि से आम की फसल प्रभावित होने से बागवानों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखने लगी हैं। आम में गुठली न पड़ने से गिरे आम की कीमत भी न के बराबर है। उप कृषि निदेशक डाॅ.सीपी श्रीवास्तव ने बताया कि माल व मलिहाबाद के बागवानों से बात की गई तो 10 से 15 फीसद आम के नुकसान का अनुमान है। ओलावृष्टि से फूलों को भी नुकसान हुआ है।

मलिहाबाद के बागवान मुहम्मद रउफ ने कहा कि इस बार आम के पेड़ों पर बौर कम निकले थे। इसके बाद तमाम प्रकार के रोगों ने फसल को पहले ही काफी नुकसान पहुंचाया था। हम इस नुकसान से जैसे-तैसे उबरने की कोशिश कर ही रहे थे, लेकिन बुधवार रात आई तेज अंधी और ओलावृष्टि ने रही-सही उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया। आंधी से पेड़ों की टहनियों से आम टूटकर जमीन पर गिर गया तो बचे आम पर ओलावृष्टि का दाग लग गया। दागी आम के सड़ने की संभावना बढ़ जाती है।

बागवान मुसर्रफ़ अली व कमलेश पांडेय का कहना है कि बारिश होने से सूख रहे बागों को राहत मिली है, लेकिन आंधी और ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है। बारिश आम के लिए बहुत मुफीद है इस बारिश से आम का साइज बढ़ने के साथ उसके रंग रूप को भी निखरेगा। जिला कृषि रक्षा अधिकारी धनंजय सिंह ने बताया कि बागों में पानी भरने से रोग की संभावना कम हो गई है। नुकसान हवा व ओला वृष्टि से हुआ है। ऐसे में बागवानों को घबराने की जरूरत नहीं है। 

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