Kamlesh Murder Case: मुख्य साजिशकर्ता अब भी फरार, वादे के बाद भी बेटे को नहीं मिली नौकरी
Kamlesh Murder Case पत्नी किरन ने बताया कि मुख्य साजिशकर्ता तनवीर नेपाल भाग गया था। आरोपित की गिरफ्तारी न होने से आज भी पूरा परिवार दहशत में है। धमकी भी मिलीं हैं उनकी भी हत्या हो सकती है।
लखनऊ, [सौरभ शुक्ला]। Kamlesh Murder Case: बहुचर्चित हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी हत्याकांड के मुख्य सूत्रधार तनवीर हाशमी को पुलिस दो साल बाद भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है। घटना के बाद एसटीएफ और एटीएस ने देश भर में छापेमारी कर 13 लोगों को पकड़ा था। समय बीतने के साथ मामला ठंडा पड़ा तो पुलिस ने फाइल पर कफन डाल दिया। घटना 18 अक्टूबर 2019 की है। नाका के खुर्शेदबाग स्थित आवास पर हत्यारों ने कमलेश तिवारी पर चाकू से 15 वार किए थे। फिर गला काटने के बाद गोली मारी दी थी।
पत्नी किरन ने बताया कि मुख्य साजिशकर्ता तनवीर नेपाल भाग गया था। आरोपित की गिरफ्तारी न होने से आज भी पूरा परिवार दहशत में है। धमकी भी मिलीं हैं उनकी भी हत्या हो सकती है। उन्होंने बताया कि घर के बाहर और आसपास सुरक्षा के लिए सीसी कैमरे लगाए गए थे। वह आठ माह से खराब पड़े हैं। नाका इंस्पेक्टर मनोज कुमार मिश्रा को कई बार इसकी सूचना दी गई, लेकिन कैमरे ठीक नहीं कराए गए। घटना के बाद शासन ने बेटे को सरकारी नौकरी देने के लिए कहा था अब तक वह भी नहीं मिली। हत्यारोपितों की अपील पर सेशन कोर्ट से केस भी इलाहाबाद हाई कोर्ट ट्रांसफर कर दिया गया है। अब केस की पैरवी में भी दिक्कते आएंगी क्योंकि इलाहाबाद तक आने जाने में दिक्कतें हैं।
पांच हत्यारोपितों को मिल गई जमानत : कमलेश तिवारी पक्ष के अधिवक्ता सुशील बाजपेयी ने बताया कि पुलिस अबतक मामले में मुख्य हत्यारोपित अशफाक, मोइनुद्दीन समेत 13 लोगों को जेल भेज चुकी है। जिसमें शूटर अशफाक, मोइनुद्दीन, साजिशकर्ता शेख सलीम, राशिद पठान, फैजान, आसिम अली, मोहम्मद जाफर सादिक व मददगार नावेद, मौलाना मुफ्ती कैफी, कामरान, रईस, आसिफ और यूसुफ खान हैं। सभी के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई हुई थी। अशफाक, मोइनुद्दीन समेत चार पर रासुका लगी थी। पांच आरोपितों को जमानत मिल चुकी है। मुख्य हत्यारोपित अशफाक और मोइनुद्दीन की गिरफ्तारी गुजरात-राजस्थान बार्डर से एटीएस ने की थी।
मुख्य साजिशकर्ता तनवीर, इसके माध्यम से हुई थी फंडिंग : वारदात में तनवीर हाशमी का भी नाम आया था। तनवीर ने ही हत्यारोपितों को जुटाया था और हत्या की साजिश रची। वारदात के बाद सभी आरोपितों को अलग-अलग ठिकानों पर शरण दिलाई थी। तनवीर ने ही फंडिंग भी की थी।
'विवेचना और गिरफ्तार आरोपितों के बयान में तनवीर का नाम आया था। तनवीर नेपाल का रहने वाला बताया गया था लेकिन यह प्रमाणित नहीं हो सका था। केंद्र सरकार को पत्र भेजा गया है। अनुमति मिलते ही पुलिस टीम नेपाल भेजी जाएगी। तनवीर के खिलाफ साक्ष्य एत्रक किए जा रहे हैं।' -मनोज कुमार मिश्रा, इंस्पेक्टर नाका