पोस्टर पर देखा फैजाबाद तो ओवैसी पर उबली अयोध्या, महंत परमहंसाचार्य का ऐलान...घुसने नहीं देंगे

आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओवैसी की सात सितंबर को अयोध्या के मुस्लिम बहुल क्षेत्र रुदौली में जनसभा प्रस्तावित है। इसके लिए उनके समर्थकों की तरफ से लगाए गए पोस्टर-बैनरों में अयोध्या की जगह फैजाबाद लिखा गया है।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Sun, 05 Sep 2021 07:05 AM (IST) Updated:Sun, 05 Sep 2021 01:13 PM (IST)
पोस्टर पर देखा फैजाबाद तो ओवैसी पर उबली अयोध्या, महंत परमहंसाचार्य का ऐलान...घुसने नहीं देंगे
मुस्लिम बहुल रुदौली में जनसभा-सम्मेलन करने सोमवार को रामनगरी पहुंच रहे हैं एआइएमआइएम अध्यक्ष।

लखनऊ, राज्‍य ब्यूरोअयोध्या में राम मंदिर निर्माण का भाजपा का संकल्प पूरा होते देख विपक्ष ने धर्मनगरी में दंगल सजाना शुरू कर दिया है। बसपा ने प्रबुद्धजन सम्मेलन से सवर्ण खास तौर पर ब्राह्मणों को रिझाने का जतन इस धरती से शुरू किया तो सपा भी किसान पटेल यात्रा लेकर वहां पहुंची। सियासी दल जिस रामनगरी को हिंदुत्व की प्रयोगशाला मानकर चल रहे हैं, वहां असदउद्दीन ओवैसी मुस्लिम कार्ड अपने अंदाज में खेलना चाहते हैं। वह जनसभा करने तो सोमवार को मुस्लिम बहुल रुदौली में पहुंचेंगे। उनके दौरे से पहले एक पोस्टर इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है, इसमें अयोध्या को फैजाबाद लिखा गया है, जिससे सियासत गरमा उठी है। हालांकि, एआइएमआइएम प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी द्वारा अब तक ऐसा कोई पोस्टर तैयार कराने से इन्कार किया है, मगर वायरल पोस्टर को लेकर संत गुस्से में हैं। संतों ने ओवैसी का प्रवेश प्रतिबंधित करने की मांग उठा दी है।

आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओवैसी की सात सितंबर को अयोध्या के मुस्लिम बहुल क्षेत्र रुदौली में जनसभा प्रस्तावित है। इसके लिए उनके समर्थकों की तरफ से लगाए गए पोस्टर-बैनरों में अयोध्या की जगह फैजाबाद लिखा गया है। इस पर विवाद शुरू हो गया है। तमाम संगठनों ने फैजाबाद लिखने पर एतराज जताया है। अयोध्या के तपस्वी छावनी के महंत जगद्गुरु परमहंसाचार्य ने कड़ी आपत्ति जताई है। बाराबंकी जाते वक्त भेलसर में पत्रकारों से वार्ता में उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया, तब फैजाबाद लिखना संविधान का अपमान है। इससे उनकी मंशा जाहिर हो चुकी है। अगर ओवैसी को जनसभा करनी है तो उनको संविधान व प्रदेश सरकार के कानून को मानना पड़ेगा।

उन्होंने प्रशासन से ओवैसी का अयोध्या में प्रवेश प्रतिबंधित करने की मांग की है। प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर उनका प्रवेश प्रतिबंधित नहीं किया गया तो वह रुदौली में ओवैसी को घुसने नहीं देंगे। महंत ने जनसभा की अनुमति को तत्काल निरस्त करने की मांग की है। बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे मो. इकबाल अंसारी ने भी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि ओवैसी मुस्लिमों को भड़काने का प्रयास कर रहे हैं। उनका यह धंधा हैदराबाद में भले चलता हो, लेकिन अयोध्या में नहीं चलने वाला है। उधर, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने अब तक इस तरह का कोई पोस्टर लगाने से इन्कार किया, मगर कहा कि जिलों के नाम बदलने से विकास नहीं होता। बताया कि ओवैसी आठ सितंबर को सुल्तानपुर और नौ सितंबर को बाराबंकी में भी सम्मेलन करेंगे।

chat bot
आपका साथी