MP Governor Lalji Tandon Health Update: मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन वेंटिलेटर पर, हालत नाजुक

MP Governor Lalji Tandon Health Update 11 जून से अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किए गए टंडन 13 जून को वेंटिलेटर पर शिफ्ट किए गए।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Sat, 04 Jul 2020 11:37 PM (IST) Updated:Sat, 04 Jul 2020 11:37 PM (IST)
MP Governor Lalji Tandon Health Update: मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन वेंटिलेटर पर, हालत नाजुक
MP Governor Lalji Tandon Health Update: मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन वेंटिलेटर पर, हालत नाजुक

लखनऊ, जेएनएन। MP Governor Lalji Tandon Health Update: मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन की हालत गंभीर बनी हुई है। वह मेदांता अस्पताल लखनऊ में वेंटिलेटर पर भर्ती हैं। 11 जून से अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किए गए टंडन 13 जून को वेंटिलेटर पर शिफ्ट किए गए। बीच में दो दिन बाई-पैप मशीन पर रहे। इसके बाद फिर वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिए गए। मेडिकल डायरेक्टर डॉ.राकेश कपूर के मुताबिक, टंडन की हालत नाजुक, लेकिन नियंत्रण में है।

बता दें, 30 जून को भी उनकी हालत स्थिर बनी रही। इस बीच उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य भी उनका कुशलक्षेम जानने अस्पताल पहुंचीं। उन्होंने टंडन से मिलकर और उनकी देखभाल कर रहे डॉक्टरों से तबीयत के बारे में जानकारी ली। देर शाम बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. अनिल जैन लाल जी टंडन का हाल जानने मेदांता पहुंचे। 

11 जून को हुए थे मेदांता अस्पताल में भर्ती

मालूम हो कि मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन को 11 जून को स्वास्थ्य खराब होने पर मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 13 जून को पेट में रक्तस्राव होने पर उनका ऑपरेशन किया गया। इसके बाद से वह लगातार क्रिटिकल केयर वेंटिलेटर पर थे। बीच-बीच में कुछ देर के लिए वेंटिलेटर हटाया गया। 27 जून को उन्हें प्रेशर में ऑक्सीजन देने के लिए बाई-पैप मशीन पर रखा गया। लेकिन, उन्हें राहत नहीं मिली। लिहाजा, सोमवार को फिर राज्यपाल को क्रिटिकल केयर वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया। मेदांता अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर के मुताबिक, राज्यपाल को कोमोर्बिटीज और न्यूरो मस्कुलर की समस्या है। सांस लेने में दिक्कत हो रही है। ऐसे में फिर उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया है।

बाई-पैप और वेंटिलेटर में अंतर

विशेषज्ञों के अनुसार, बाई-पैप और वेंटिलेटर दोनों मैके निकल वेंटिलेशन मशीनें हैं। मरीज यदि गंभीर है और बेहोशी में नहीं है। मगर, सांस लेने में असमर्थ है। कार्बन डाई ऑक्साइड बाहर नहीं निकाल पा रहा है। ऐसी स्थिति में बाई-पैप मशीन का सपोर्ट दिया जाता है। इसमें मुंह-नाक पर मास्क लगाकर प्रेशर में ऑक्सीजन दी जाती है। वहीं, मरीज में बेहोशी आने लगे, शरीर में अम्लता बढ़ जाए, कॉर्बन डाई ऑक्साइड और बढ़ जाए तो ऐसी स्थिति में मरीज अति गंभीर होने लगता है। उसे वेंटिलेटर सपोर्ट देना बेहतर रहता है। इसमें मरीज के गले के पास ट्रैकियोस्टमी की जाती है। उसमें इंडोट्रैकियल ट्यूब डाल दी जाती है। इसके जरिये डायरेक्ट ऑक्सीजन पहुंचती है।

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