छात्रों से ही होता है अकादमिक संस्थानों का अस्तित्व : प्रो आलोक कुमार राय
लखनऊ विश्वविद्यालय कुलपति प्रो आलोक कुमार राय ने ऑनलाइन बैठक में लखनऊ विश्वविद्यालय व कॉलेजों को किया संबोधित।
लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ विश्वविद्यालय के महाविद्यालय विकास परिषद् (सीडीसी) द्वारा कुलपति आलोक कुमार राय की अध्यक्षता में सहयुक्त महाविद्यालयों के प्रबन्धक/ प्राचार्य की ऑनलाइन बैठक हुई। बैठक बीते अकादमिक सत्र ( 2020-21) में महाविद्यालयों की उपलब्द्धियों/ प्रगति का आकलन, वर्तमान अकादमिक सत्र में महाविद्यालयों की योजनाओ पर चर्चा हुई।
कुलपति प्रो आलोक कुमार राय ने कहा कि अकादमिक संस्थान का अस्तित्त्व ,उसकी महत्ता एवं उसकी उपयोगिता छात्रों से होती है। इसलिए किसी भी अकादमिक संस्थान का पहला उद्देश्य छात्र कल्याण, छात्र हित है। उन्होंने हर कॉलेज से प्रत्येक अकादमिक सत्र का अकादमिक ऑडिट कराने, ई लर्निंग तथा ई कन्टेन्ट को बढ़ावा देने, छात्र परामर्शदाता नियुक्ति करने और खेल एवं सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा की महाविद्यालयों को इन सभी बिंदुओं पर मूल्यांकन करना होगा। और खुद को अपडेट करते हुए विश्वविद्यालय को अवगत कराना होगा। उन्होंने कहा कि इस प्रकार समेकित रूप में छात्र कल्याणकारी प्रयासों द्वारा हम प्रदेश में ही नहीं, राष्ट्रीय स्तर पर तथा वैश्विक स्तर पर लखनऊ विश्वविद्यालय की पहचान बनाने में कामयाब हो सकते हैं।
इस मौके पर महाविद्यालय विकास परिषद् के अधिष्ठाता प्रोफेसर अवधेश त्रिपाठी, कुलसचिव डॉक्टर विनोद कुमार सिंह , प्रवेश परीक्षा समन्वयक प्रोफेसर अनिल मिश्रा, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर पूनम टंडन, परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर ए.एम. सक्सेना , अधिष्ठाता नियुक्ति प्रोफेसर मनुका खन्ना, अधिष्ठाता अकादमिक प्रोफेसर अरविन्द मोहन, अधिष्ठाता शोध प्रोफेसर मोनिशा बनर्जी समेत तमाम लोग मौजूद रहे।