Centenary Year of Lucknow University: खट्टी- मीठी यादों के साथ पूरी हुई हेरिटेज वॉक, एलयू के नए स्वरूप से परिचित हुए पूर्व छात्र
लखनऊ विश्विद्यालय के शताब्दी वर्ष समारोह के अन्तर्गत हो रही हेरिटेज वाक का मंगलवार को समापन हुआ। वाक के चौथे और अंतिम दिन लविवि के पूर्व छात्रों को आमन्त्रित किया गया। अतिथियों को लविवि के इतिहास और उसके बदलते स्वरूप की झलकियां दिखाईं।
लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ विश्विद्यालय के शताब्दी वर्ष समारोह के अन्तर्गत हो रही हेरिटेज वाक का मंगलवार को समापन हुआ। वाक के चौथे और अंतिम दिन लविवि के पूर्व छात्रों को आमन्त्रित किया गया। इसमें सेवा चिकन की संस्थापक रुना बनर्जी, आरजे प्रतीक और इंडियन पोटाश लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर अजय शुक्ला शामिल रहे।
तांगे पर विराजमान अतिथियों को भाऊराव देवरस द्वार से शुरू हुई वाक में आर्ट्स फैकल्टी, प्रेमचंद वाटिका, लाल बारादरी, टैगोर लाइब्रेरी सहित कई अन्य जगहों को देखने का मौका मिला। इस दौरान अतिथियों में भी अपने छात्र जीवन से जुड़े अनुभव साझा किए और इस खास पल को अपने मोबाइल फोन में कैद किया।
वाक के दौरान इंस्टिट्यूट ऑफ टूरिज्म स्टडीज की समन्वयक डा. अनुपमा श्रीवास्तव, प्रो. पीयूष भार्गव, डा. प्रशांत चौधरी, डा. नलिनी पांडेय, यश राज सिंह, संजय सिंह, अंशिमा, मांडवी श्रीवास्तव, शांभवी मिश्रा ने अतिथियों को लविवि के इतिहास और उसके बदलते स्वरूप की झलकियां दिखाईं।
इससे पहले इन अतिथियों ने की सैर
पहले दिन नवाब मीर जाफर अब्दुल्लाह और नवाब मसूद अब्दुल्लाह के साथ लविवि के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने सैर की। दूसरे दिन स्पेन से आए विदेशी मेहमान नतालिया एना गोमेज और रौओल डेला रोज ने लविवि का इतिहास और विकास जाना। तीसरे दिन लविवि की पूर्व छात्रा रहीं मास्टर शेफ नंदिनी दिवाकर, जूट फॉर लाइफ की संस्थापक अंजलि सिंह और ट्रैवेल राइटर लक्ष्मी शुक्ला को आमंत्रित किया गया।