'लखनऊ प्रयाग शताब्दी एक्सप्रेस' की 'स्पीड' पर लगा ब्रेक, टाइम टेबल को नहीं मिली मंजूरी Lucknow News

लखनऊ से प्रयागराज तक सीधी शताब्दी एक्सप्रेस चलाने में सिंगल लाइन बनी बाधा संभावित टाइम टेबल को नहीं मिली मंजूरी पिछले साल कुंभ से पहले रेलवे ने बनाई थी योजना।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 26 Dec 2019 10:10 AM (IST) Updated:Fri, 27 Dec 2019 08:44 AM (IST)
'लखनऊ प्रयाग शताब्दी एक्सप्रेस' की 'स्पीड' पर लगा ब्रेक, टाइम टेबल को नहीं मिली मंजूरी Lucknow News
'लखनऊ प्रयाग शताब्दी एक्सप्रेस' की 'स्पीड' पर लगा ब्रेक, टाइम टेबल को नहीं मिली मंजूरी Lucknow News

लखनऊ, जेएनएन। प्रदेश की राजधानी लखनऊ से कुंभनगरी प्रयागराज तक सीधी शताब्दी एक्सप्रेस चलाने की संभावनाओं को झटका लगा है। सिंगल लाइन और औसत गति के कम होने के कारण शताब्दी एक्सप्रेस के टाइम टेबल को मंजूरी नहीं मिली है। अब रेलवे डबलिंग के प्रोजेक्ट के पूरा होने का इंतजार कर रहा है। 

दरअसल, शताब्दी एक्सप्रेस का संचालन प्रदेश से राष्ट्रीय राजधानी के बीच होता है। पिछले साल सितंबर में कुंभ से पहले राज्य सरकार ने रेल मंत्रालय को लखनऊ से प्रयाग के बीच शताब्दी एक्सप्रेस चलाने का प्रस्ताव भेजा था। रेलवे ने फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने के आदेश दिए थे। कुंभ में शताब्दी एक्सप्रेस का संचालन नहीं हो सका था। इसके बाद रेलवे बोर्ड अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने प्रयाग दौरे के समय शताब्दी एक्सप्रेस का टाइम टेबल बनाने के निर्देश दिए थे। उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय ने प्रयाग शताब्दी एक्सप्रेस का संभावित टाइम टेबल बनाकर उसे बोर्ड को भेज दिया। वहीं, उत्तर रेलवे मुख्यालय ने जब अपनी फिजिबिलिटी रिपोर्ट भेजी तो उसमें कहा कहा गया कि फाफामऊ से प्रयाग के बीच सिंगल लाइन के साथ इस ट्रैक की औसत गति केवल 40 किलोमीटर प्रति घंटे ही स्वीकृत है।

यह रफ्तार शताब्दी एक्सप्रेस के मानक से भी बहुत कम है। वहीं, रेलवे उतरेटिया से रायबरेली होकर प्रयाग तक डबलिंग कर रहा है। सिंगल लाइन पर शताब्दी एक्सप्रेस अपने मानकों पर नहीं चल सकेगी। ऐसा ही हाल कई साल पहले चलाई गई जन शताब्दी एक्सप्रेस का हो गया था, जिसे बाद में बंद करना पड़ा था। उत्तर मध्य रेलवे के सीपीआरओ अजीत कुमार सिंह ने बताया कि सिंगल लाइन के कारण शताब्दी एक्सप्रेस संचालन में बाधा आ रही है। हालांकि इसका टाइम टेबल मंडल प्रशासन को सौंप दिया गया था।

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