लखनऊ : विदेश में रह रहे हैं सैंकड़ों पेंशनर...कैसे बताएं क‍ि जीवित हैं, व‍िभाग ने दी ये जानकारी

जवाहर भवन कोषागार में फोन कर पूछते हैं कि उनका जीवित प्रमाण पत्र कैसे बनेगा? दरअसल कोरोना संक्रमण के चलते शिकागो में भारतीय दूतावास में भी ताला लगा है और कोषागार तभी उन्हें जीवित की श्रेणी में रखेगा जब दूतावास प्रमाणित कर उनका जीवित प्रमाण पत्र भेजेगा।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 06:30 AM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 07:21 AM (IST)
लखनऊ : विदेश में रह रहे हैं सैंकड़ों पेंशनर...कैसे बताएं क‍ि जीवित हैं, व‍िभाग ने दी ये जानकारी
दूतावास दफ्तर में कोरोना संक्रमण के कारण ताला लगा होने से नहीं बन पा रहा जीवित प्रमाण पत्र।

लखनऊ, [अजय श्रीवास्तव]। केएन अरोरा राज्य सरकार के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। सेवाकाल पूरा होने के बाद से वह बेटे के साथ शिकागो में रह रहे हैं। सबकुछ ठीक है, लेकिन कोरोना काल में वह खुद को जीवित साबित नहीं कर पा रहे हैं। वह हर दिन जवाहर भवन कोषागार में फोन कर पूछते हैं कि उनका जीवित प्रमाण पत्र कैसे बनेगा?  दरअसल, कोरोना संक्रमण के चलते शिकागो में भारतीय दूतावास में भी ताला लगा है और कोषागार तभी उन्हें जीवित की श्रेणी में रखेगा, जब दूतावास प्रमाणित कर उनका जीवित प्रमाण पत्र भेजेगा। इसके बाद ही उनकी पेंशन आगे मिल पाएगी। अब अगर नवंबर के आखिरी तक जीवित प्रमाण पत्र नहीं मिलेगा तो पेंशन रोक दी जाएगी। अरोरा चाहते हैं कि वीडियो कालिंग से उनके जीवित होने का सत्यापन हो जाए, लेकिन ऐसा नियम न होने से यह संभव नहीं हो पा रहा।

यह सिर्फ केएन अरोरा का दर्द नहीं है, बल्कि राज्य सरकार की सेवा से सेवानिवृत्त होने के बाद आस्ट्रेलिया, सिंगापुर, कनाडा, अमेरिका समेत तमाम देशों में परिवारजन के साथ बसे करीब 400 पेंशनरों का है। दूतावास दफ्तर में कोरोना संक्रमण के कारण ताला लगा होने से वह अपना जीवित प्रमाण पत्र नहीं पा रहे हैं। यह प्रमाण पत्र दूतावास दफ्तर से जवाहर भवन कोषागार के साथ ही अन्य जिलों में जाता है, जहां से वह सेवानिवृत्त हुए थे।

साल भर जमा होता है जीवित प्रमाण पत्र

अगर आपका जीवित प्रमाण पत्र नहीं बना है तो परेशान होने की जरुरत नहीं है। अब सालभर जीवित प्रमाण पत्र बनता है और आप जब यह प्रमाण पत्र बनाकर जमा करेंगे, आपकी रोकी गई पेंशन आपके खाते में भेज दी जाएगी।

देश में रह रहे पेंशनरों के लिए पोर्टल सहारा

सेवानिवृत्त होने के बाद देश के किसी में कोने में रह रहे राज्य सकार के पेंशनरों को डिजिटल जीवित प्रमाण पत्र भेजने की व्यवस्था है। केंद्र सरकार के जीवित प्रमाण पत्र पोर्टल पर यह सुविधा ले सकते हैं।

जो राज्य सरकार के सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं और अब विदेश में रह रहे हैं, उन्हें उस देश के भारतीय दूतावास से जीवित प्रमाण बनवाकर भेजना होता है। करीब 400 पेंशनर विदेश में रह रहे हैं। इनमें से चालीस का जीवित प्रमाण पत्र आ गया है। नवंबर के आखिरी तक अगर प्रमाण पत्र नहीं आएगा तो पेंशन को रोक दिया जाएगा, जब बाद में जीवित प्रमाण पत्र आएगा तो पेंशन चालू की जाएगी।  -स्वतंत्र कुमार, मुख्य कोषाधिकारी, जवाहर भवन

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