लखनऊ के नगर आयुक्त रैन बसेरा में बन गए शिक्षक, फुटपाथ पर सोने वालों को बताया पढ़ाई का महत्व
रैन बसेरों में रात बिताने वालों को पढ़ाई का भी मौका मिल रहा है। जियामऊ में नगर निगम के चल रहे रैन बसेरे में शिक्षक बनकर खुद नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी पहुंचे। उन्होंने वहां रह रहे सभी को पढ़ाई का महत्व समझाया।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। दिनभर मेहनत मजदूरी करने के बाद सर्द से बचने के लिए रैन बसेरों में रात बिताने वालों को पढ़ाई का भी मौका मिल रहा है। जियामऊ में नगर निगम के चल रहे रैन बसेरे में शिक्षक बनकर खुद नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी पहुंचे। उन्होंने वहां रह रहे सभी को पढ़ाई का महत्व समझाया।
नैतिक शिक्षा के बारे में भी जानकारी दी। नगर आयुक्त ने कहा कि शिक्षा के ज्ञान से इंसान की जीवनशैली में बहुत बदलाव आ जाता है। उन्होंने नगर निगम की तरफ से चलायी जा रही कई योजनाओं की भी जानकारी उन लोगों को दी।
नगर आयुक्त ने बताया कि यह प्रयास हो रहा है कि विभिन्न रैन बसेरों में प्रौढ़ शिक्षा के साथ साथ वहां विभिन्न विभागों की लाभकारी योजनाओं की भी जानकारी उन्हीं विभागों के अधिकारियों के माध्यम से वहां रहने वालों को दी जाए। जियामऊ में प्रौढ़ शिक्षा की कक्षा हर दिन शाम छह बजे जियामाऊ रैन बसेरे में आयोजित की जाएगी, जिसके लिए दो अध्यापकों को भी तैनात किया गया है। शेल्टर होम का संचालन उम्मीद संस्था कर रही है।
सर्दी में मददगार बन रहे रैन बसेरे सर्द में रैन बसेरे उन लोगों के लिए मददगार बन रहे हैं, जो सड़क और फुटपाथों पर रात में जीवन बसर करते हैं। यहां पर बेड, बिस्तर, क बल, नहाने के गर्म पानी हेतु गीजर, कमरे को गर्म रखने के लिएब्लोवर, शौचालय की व्यवस्था, कोविड प्राविधानों के क्रम में थर्मल स्कैनर, हैंड सेनिटाइजर, मास्क, फॉगिंग, सेनेटाइजेशन, एन्टीलार्वा का छिड़काव एवं फर्स्ट-एड बॉक्स की उपलब्धता है। इसके अलावा टेलीविजन, भोजन, पीने के पानी की व्यवस्था भी की गई है।