लखनऊ महोत्सव घूमना हुआ महंगा, दस की जगह देने होंगे बीस रुपये
अटल संस्कृति, अटल विरासत थीम पर सजेगा लखनऊ महोत्सव। बच्चों के लिए गोमती नदी में होगी नौका दौड़।
लखनऊ, जेएनएन। अटल संस्कृति, अटल विरासत की थीम पर 25 नवंबर से शुरू हो रहे लखनऊ महोत्सव में घूमना महंगा हो गया। इस बार महोत्सव का टिकट दस का नहीं बल्कि बीस रुपये का होगा। जबकि, सीजनल टिकट की दर भी 50 रुपये से बढ़ाकर सौ रुपये कर दी गई है। सोमवार को अटल संस्कृति, अटल विरासत थीम पर तैयार महोत्सव के पोस्टर की लॉचिंग कर डीएम कौशल राज शर्मा ने बढ़ी टिकट की दरों की घोषणा की। इस बार महोत्सव में बच्चों के लिए गोमती नदी में नौकायन दौड़ भी होगी।
कलेक्ट्रेट के अब्दुल कलाम सभागार में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीएम ने कहा कि महोत्सव में संस्कृति पंडाल के साथ एक ओर पंडाल लगाया जाएगा, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल के जीवन की झलकियां देखने को मिलेंगी। साथ ही उनके भाषण भी सुनाए जाएंगे। अटल दीर्घा में पिक्चर गैलरी, लाइब्रेरी, ऑडियो, वीडियो शो व क्वीज आदि का आयोजन किया जाएगा। एक ग्राम की भी परिकल्पना की गई है, जिसे अटल ग्राम नाम दिया गया है, जिसमें ग्रामीण पृष्ठ भूमि की झलक दिखेगी। महोत्सव परिसर में अटल बिहारी बाजपेयी की स्मृतियों पर मॉडल व कटआउट का निर्माण किया जाएगा।
इसके अलावा बाल महोत्सव की रूपरेखा भी तैयार की जा रही है। पिछले वर्षों की तरह इस बार भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शास्त्रीय संगीत, लोक संगीत, पंजाबी, बॉलीवुड नाइट आदि कार्यक्रम होंगे। भारतीय संगीत को विदेशों में पहचान देने वाले विदेशी कलाकारों को महोत्सव में पहली बार आमंत्रित किया गया है, जो इंडो फारेन नाइट में परफॉर्म करेंगे। महोत्सव परिसर को कई जोन में बांटा गया है। इसमें शिल्पी जोन, फूड, कामर्शियल, फन, पवेलियन, नाबार्ड, क्रॉकरी, फर्नीचर व कार्पेट जोन रहेगा। दिव्यांगों को महोत्सव परिसर में ई-रिक्शा की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। इस बार प्रमुख आकर्षण में पतंग प्रतियोगिता, नौका रैली, विंटेज कार रैली, राइफल शूटिंग, युवा महोत्सव, नाट्य समारोह, शिल्प मेला व राष्ट्रीय कुश्ती सहित कई आयोजन होंगे। महोत्सव की सुरक्षा के लिए लगाए गए ड्रोन कैमरे की निगरानी को फोटोग्राफी भी कराई जाएगी। दर्शक पांच दिसंबर तक महोत्सव का लुत्फ उठा सकेंगे।
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